अखिल ब्रह्मांड के सर्वोच्च न्यायाधीश आज करेंगे राशि परिवर्तन
भोपाल। ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाले मंद ग्रह शनि महाराज 29 मार्च रात्रि 8:51 पर कुंभ राशि छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे, मीन राशि गुरु की राशि है इस राशि में शनि महाराज का प्रवेश धर्म, कर्म, सामाजिकता आदि के क्षेत्र में न्याय कराएगा । धार्मिक मामलों के न्यायालय प्रकरणों में तेजी आएगी।
शनि परिवर्तन से षष्टग्रही योग बनेगा।
ज्योतिष मठ संस्थान के पंडित विनोद गौतम के अनुसार शनि ग्रह के राशि परिवर्तन के साथी कई दशकों बाद षष्टग्रही योग बनेगा। मीन राशि में सूर्य, बुध, शुक्र, राहु, चंद्रमा पहले से ही पंचग्रही योग बनाये हुए हैं, शनि के मीन राशि में आने से एक ही राशि में 6 ग्रह इकट्ठे हो जाएंगे, यह योग कई दशकों बाद बना है यह योग अशुभ माना जाता है शास्त्रों के अनुसार एक राशि में 5-6 ग्रह इकट्ठे होना शुभ नहीं होता, यह स्थिति 1962 ,1972, 2001 में बनी थी जब देश को संकट का सामना करना पड़ा था यह लंबी अवधि का चतुर्ग्रही, पंचग्रही, षटग्रही योग है इसमें देश दुनिया को सावधान रहने की आवश्यकता है। विश्व में चल रहे युद्ध आदि में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं। षष्टग्रही योग के प्रभाव से प्राकृतिक एवं मानवीय प्रकोप दोनों संभव हैं।
साडेसाती एवं अढैया शनि
पंडित गौतम के अनुसार शनि के राशि परिवर्तन से साडेसाती एवं अढ़ैया शनि के प्रभाव में भी परिवर्तन होगा। यह परिवर्तन लगभग ढाई से तीन वर्ष बाद होने जा रहा है ।जब कुछ राशियों को शनि छोड़ेगा एवं कुछ राशियों पर प्रभाव शुरू कर देगा। मकर, कर्क, वृश्चिक राशि को शनि अपने प्रभाव से मुक्त करेगा। एवं मेष सिंह धनु राशि वालों को प्रभाव शुरू करेगा।
ज्योतिष मठ संस्थान के पंडित विनोद गौतम ने बताया कि आगामी ढाई वर्ष के लिए शनि के शुभा शुभ प्रभाव इस प्रकार होंगे।
कुंभ राशि -इस राशि वालों को उतरती हुई साडेसाती शनि का प्रभाव पैरों पर होगा जिसके प्रभाव से नौकरी व्यापार में उन्नति होगी धन-धन में वृद्धि होगी पुराना रुका पैसा मिलने की संभावना बढ़ेगी कानूनी मामलों में सफलता प्राप्त होगी शत्रुओं से विजय प्राप्त होगी एक सूत्र के अनुसार शनि महाराज जाते-जाते कुछ ना कुछ देकर जाते हैं यह उतरता हुआ शनि का प्रभाव जाते-जाते कुछ ना कुछ दे कर जाएगा।
मेष राशि- इस राशि वालों को साडेसाती शनि का प्रभाव स्वर्ण पाद से हृदय में होगा जिसके प्रभाव से निजी जनौ का विरोध एवं शत्रुओं की संख्या में वृद्धि, घरेलू परेशानी ,चिंता, संकट पुराने रोग कष्ट कारक हो सकते हैं बंटवारे पर पारिवारिक विवाद आदि की घटनाएं भी हो सकती हैं।
मीन राशि- इस राशि वालों को चढ़ती हुई साडेसाती का प्रभाव मस्तक पर होगा जिसके प्रभाव से व्यापार व्यवसाय में प्रगति होगी अधिकारियों से मेलजोल बढ़ेगा धन-धान्न की वृद्धि होगी।
सिंह राशि- इस राशि वालों को अढैया शनि का प्रभाव रहेगा स्वास्थ्यगत परेशानी शारीरिक पीड़ा, रोग कारक स्थिति निर्मित हो सकती है
धनु राशि - इस राशि वालों को ढैया शनि के प्रभाव से शारीरिक कष्ट बन सकता है, बाहन भय, चोट चपेट की संभावना ,रक्त विकार ,पारिवारिक चिंता, लाभ में कमी तथा लेन देन की चिंता के साथ चोरी का भय रहेगा।
शनि महाराज की शांति के उपाय साडेसाती एवं अधिया शनि के प्रभावों को कम करने के लिए शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ में दीपक जलाएं। बीच की उंगली में लोहा धारण करें ।दक्षिण मुखी हनुमान जी के दर्शन करें। हनुमान चालीसा का पाठ हनुमान उपासना के साथ शनिवार को व्रत कर शनि महाराज की पूजा कर तेल तिल आदि अर्पित करना चाहिए। शनिवार को काली वस्तुओं का दान ,काला कंबल, उड़द की दाल, काले तिल, लोहपात्र का दान करना लाभकारी रहेगा ।
,,ओम शं शनिश्चराय नमः ,,
मंत्र का जाप करना भी सुखद रहेगा, वैसे भी शनि न्याय के देवता हैं अगर आप अन्याय नहीं करें और अन्याय का साथ ना दें तो आपको शनि महाराज से घबराने डरने की जरूरत नहीं है
- पंडित विनोद गौतम
ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल
9827 322 068