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काव्य : स्वर्ण सम्पदा... इंजी. अरुण कुमार जैन,फरीदाबाद


 काव्य : 

भारतीय नववर्ष 2082के शुभ अवसर पर,

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 स्वर्ण सम्पदा...

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इंजी. अरुण कुमार जैन

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नव उषा का नव प्रभात यह,

हर्ष, प्रेम नव लाया,

हर मन हर्षित, पुलकित, प्यारा नया वर्ष जो आया.

मलयागिरि की पवन ये शीतल,नव रोमांच ले आयी,

इंद्रधनुष सी प्रकृति सजी है,

रोम -रोम हर्षायी.

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आम्रमंजरी सुरभि से,

जन मन का हर्ष बड़ा है, 

  नव कोंपल सारे वृक्षओं पर,

नव श्रृंगार सज़ा है.

स्वर्ण सम्पदा खेतों में है,

तन, मन तृप्त करेगी,,

प्रचुर अन्न आ रहा घरों में,

सबकी क्षुधा मिटेगी.

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कोयल कूक रही बगियन में,

सप्त स्वरों में गाती,,

रोम-रोम वसुधा का हर्षित,

नदिया गीत सुनाती.

हर मन हर्ष, उमंग, शांति है,

नव सृजन की तैयारी,,

प्रति पल बढ़ें प्रगति के पथ पर, आँचल खुशियाँ सारी.

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मृदु बयार मन हर्षित करती,

धरा, गगन प्रमुदित हैं,,

सागर, झरने और सरोवर,

करते मन हर्षित हैं.

नूतन संवतसर पर सबका,

कोटि अभिनन्दन है,,

सभी सुखी हों, प्रगति करें नित, यही भाव हर मन हैं.

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संपर्क//अमृता हॉस्पिटल फ़रीदाबाद, हरियाणा.

मो. 7999469175

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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