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काव्य : सुरमई शाम के नाम - डाॅ. सुधा कुमारी नई दिल्ली


 काव्य : 

सुरमई शाम के नाम


सुरमई शाम है फैली 

हसीन जुल्फों सी,

सिमट गया है समय 

और फिजा बिखरी सी।


कह रही वादियों में 

छांव घनी पेड़ों की, 

जिदगी जंग है तूफान 

और थपेड़ों की।


ढलते सूरज को देख 

आज है अपना  इरादा,

जिंदगी की हो शाम 

तब भी निभाएं वादा।


-डाॅ. सुधा कुमारी

नई दिल्ली

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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