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रौनियार वैश्य समाज दिल्ली द्वारा ' होली मिलन' समारोह समपन्न


 

रौनियार वैश्य समाज दिल्ली द्वारा ' होली मिलन' समारोह समपन्न

लाल बिहारी लाल द्वारा

नई दिल्ली । हर वर्ष की  भांति इस वर्ष भी बसंती मौसम के रंग-बिरंगे फूलों की तरह खिलखिलाते मुस्कुराते पूर्वांचल से आकर दिल्ली में रच बस गए वैश्य समाज का एक घटक रौनियार वैश्य समाज, दिल्ली का वार्षिक उत्सव ' होली मिलन' समारोह दिल्ली के  आई .टी. ओ. स्थित  राजा राममोहन राय सभागार में धूमधाम से संपन्न हुआ।

            संस्था के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार गुप्ता, चेयरमैन मकेंद्र कुमार, पारसनाथ, मदन रौनियार, एल एन चंचल, प्रदीप गुप्ता (पंप वाले) के नेतृत्व में आयोजित यह कार्यक्रम रौनियार वैश्य समाज के हजारों परिवारों के बीच मनाए गए इस उत्सव में असम, बिहार, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के संगठन के अनेकों सदस्यों ने अपने परिवार के साथ गुलाल लगा कर अपनी खुशी एक दूसरे से साझा किया।

        इस कार्यक्रम में रौनियार समाज के धरोहर 'आजाद हिंदुस्तान के अंतिम हिंदू शासक, "रौनियार सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य" के तेल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर देश, समाज, संगठन के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ पारस्परिक सहयोग निभाने का संकल्प लिया गया। पारिवारिक समारोह के इस उत्सव में महिला मंच की अध्यक्ष श्रीमती सुनीता पंकज के नेतृत्व में समाज की महिलाओं, बच्चों ने शानदार गीत-नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित सदस्यों का मन मोह लिया।

         इस कार्यक्रम में अपने बुजुर्गों को सम्मान एवं उनके किए गए अवदान पर उन्हें सम्मानित भी किया गया। विशेष कर 40 वर्ष पूर्व में संगठन की नींव डालने वाले "स्वर्गीय कमलेश्वर प्रसाद" जी को उनके सामाजिक अवदान हेतु "रौनियार भारत रत्न" से सम्मानित किया गया। सुबह 11:00 बजे से संध्या 5:00 बजे तक चलने वाले इस समारोह को सफल बनाने में संस्था के पदाधिकारी में कर्नल ईश्वर दयाल, उमेश कुमार, दिनेश प्रसाद, वीरेंद्र कुमार, ए के रंजन, पंकज रौनियार, काशीनाथ, अजय कुमार, संजीव, पवन, रीनारानी, नमिता, पद्मिनी, जया, मीना, ममता गुप्ता ने अपनी भूमिका निभाई।अतिथियों से संवाद एवं मंच संचालन संस्था के संस्थापक सदस्य राजीव रंजन गुप्ता ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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