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बचपन स्कूल में बताया, गुरु ज्ञान के बीज को बोता, शिष्य की क्षमता को बढ़ाता


 

बचपन स्कूल में बताया, गुरु ज्ञान के बीज को बोता, शिष्य की क्षमता को बढ़ाता


इटारसी। गुरु ज्ञान के बीज को बोता है, शिष्य की क्षमता को समय की आवश्यकता के अनुरूप बढ़ाता है। शिष्य की प्रकृति, संस्कार, रुचि, सामथ्र्य के अनुसार ही गुरु ज्ञान को उत्पन्न करता है। विद्यार्थी जीवन में गुरु का बहुत महत्व है। गुरु, छात्रों को न केवल ज्ञान और शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि वे उनके चरित्र, सोच और व्यवहार को भी सही दिशा देते हैं। गुरु, छात्रों के जीवन में मार्गदर्शक और प्रेरणा के स्रोत होते हैं, जो उन्हें जीवन की कठिनाइयों का सामना करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं।
यह बात यहां बचपन ए प्ले स्कूल और एचपीएस स्कूल के संयुक्त  तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा उत्सव में डायरेक्टर और टीचर्स ने बच्चों को बतायी। इस दौरान बच्चों ने सभी टीचर्स को श्रीफल और गुलाब दिया। गुरु पूर्णिमा का महत्व बताते हुए टीचर्स साक्षी जोशी और लेखा जाधव ने कहा कि गुरु, छात्रों को अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं, छात्रों को सही और गलत में अंतर करना सिखाते हैं, जिससे वे सही निर्णय ले सकें। उन्हें जीवन के विभिन्न पहलुओं में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। छात्रों को जीवन की चुनौतियों का सामना करने और उनसे उबरने की शक्ति प्रदान करते हैं। इस अवसर पर टीचर द्वारा एक नृत्य नाटिका का मंचन किया। शिक्षिका रश्मि खरे ने गुरु की महिमा बताते हुए एक गीत गाया।  संचालन शिक्षिका महिमा महतो और आभार रजिया खान ने व्यक्त किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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