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जैव विविधता को संरक्षित करने में जनजातियों का महत्वपूर्ण योगदान-डॉ. शकुन मिश्रा


 जैव विविधता को संरक्षित करने में जनजातियों का महत्वपूर्ण योगदान-डॉ. शकुन मिश्रा

श्री नीलकंठेश्वर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का सराहनीय कदम

खंंडवा। श्री नीलकण्ठेश्वर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खण्डवा प्राचार्य डॉ. गणेश दावरे के दिशा-निर्देश में प्रो.डॉ. शकुन मिश्रा को प्रमुख अन्वेषक का कार्य दिया है। इस कार्य हेतु जनपद पंचायत पंधाना, छैगांवमाखन, जनपद पंचायत खंडवा एवं जनपद पंचायत खंडवा के ग्राम पंचायत जामन्या कला, ग्राम दोगलिया, ग्राम खियाला चुने गए। इन ग्राम पंचायतों में लोगों को पर्यावरण से संबंधित शपथ दिलाई गई। वहीं शिवानी सोनी, रजनी पटेल, सिन्धु सुचार, महेश पवार, सुनिता सूचार, योगिता प्रजापति, प्रिया गोस्वामी, आरती झाला आदि विद्यार्थियों ने ग्राम पंचायतों में जाकर, जनता को पर्यावरण हेतु जागरूक किया है। साथ ही बीएमसी गठित कर दिए गए फॉर्मेट्स में जानकारी जैसे वनस्पति, जीव जंतु, जलीय जंतु, फसल, जंगली जीव, जलीय वनस्पति एवं उनसे संबंधित पारंपरिक ज्ञान की जानकारियां संधारित की। जैव विविधता को संरक्षित करने में जनजातियों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। जो पौधे उनके गोत्र से संबंधित होते उन्हें वे नुकसान नहीं पहुंचाते है। उसकी पूजा करते है। इसका उदाहरण भी देखने को मिला। एक ग्राम में 102 वर्षीय दादाजी का कहना है कि मैंने जीवन भर जानवर चराए और जंगल में भूख लगने पर गकर्या कंद, काल्या कंद सेमल कंद, अनाज में कोदो कुटकी खाई। आज सुनाई कम देता है पर स्वस्थ हूं। लोक जैव विविधता पंजी, राज्य जैवविविधता बोर्ड, भोपाल कार्यालय में 6 ग्राम पंचायत के पीबीआर जमा किए गए। 

*इनके मार्गदर्शन में किया कार्य*

प्रो. डॉ. शकुन मिश्रा आज जाना-पहचाना नाम है। सभी पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए रिश्तो को साधते हुए। स्वर्गीय श्री चंद्रशेखर मिश्रा की बहू एवं श्री दिनेश मिश्रा सेवानिवृत डिप्टी कमिश्नर की पत्नी एवं दो बच्चो सहित माता पिता भाई बहन परिवार के सभी बच्चो को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाया। मध्य प्रदेश एसबीबी भोपाल के श्री शुभम पंकज सर, मेडम शिवानी शर्मा तकनिकी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में जमीनी स्तर पर सराहनीय कार्य किया गया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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