पॉवर विदिन द लीडरशिप लेगेसी ऑफ़ नरेंद्र मोदी पुस्तक पर संगोष्ठी : सांसद दर्शन सिंह ने कहा, पुस्तक एक महाकाव्य जैसी, सभी को पढ़ना चाहिए
- विधायक डा शर्मा ने कहा पुस्तक प्रधानमंत्री द्वारा दूसरों की सेवा में आत्म-खोज की उनकी निरंतर खोज को भी रेखांकित करती है
- शिक्षाविद डा उप्पल ने कहा यह नरेंद्र मोदी की ही ताकत थी जिसने प्रतिबंध के बाद भी रूस से पेट्रोलियम खरीदा, पुस्तक उनके निर्णयों को बताती है
- नगरपालिका अध्यक्ष श्री चौरे ने कहा यह पुस्तक पढ़ें और समझें कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी हमारी धार्मिक सभ्यता को पुनर्जीवित कर रहे हैं
इटारसी। लेखक, डॉ. रामास्वामी बालासुब्रमण्यम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर लिखी पुस्तक पर एक संगोष्ठी का आयोजन पत्रकार भवन इटारसी में भाजपा विधि प्रकोष्ठ नर्मदापुरम, भाजपा जिला नर्मदापुरम ने किया। जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर क्षेत्र के सांसद दर्शन सिंह चौधरी, विधायक डॉ सीतासरन शर्मा, शिक्षाविद डॉ के एस उप्पल, नगर पालिका अध्यक्ष इटारसी पंकज चौरे, जिला भाजपा महामंत्री मुकेश चंद्र मैना, विवेक गौर, सिरूमल चेलानी सहित अन्य मौजूद थे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि लेखक बालासुब्रमणियम द्वारा लिखित किताब "पॉवर विदिन द लीडरशिप लेगेसी ऑफ़ नरेंद्र मोदी" पुस्तक हर आम नागरिक पढ़े इसलिए इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।आप सभी से अनुरोध है कि आप भी पुस्तक को पढ़ें और अपने शहर के नागरिकों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि लेखक ने एक ऐसी पुस्तक लिखी है जो प्रधानमंत्री मोदी के प्रशासनिक, राजनीतिक जीवन काल के हर एक पहलू को सामने रखती है। यह पुस्तक एक महाकाव्य जैसी बनी है।
उन्होंने कहा यह पुस्तक एक सम्मोहक कथा है जो नेतृत्व पर एक अनूठा दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है, जिसमें पश्चिमी गुण-उन्मुख दृष्टिकोणों को भारतीय अभ्यास-उन्मुख दर्शन के साथ तुलना की गई है।
विधायक डा सीतासरन शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि - पॉवर विदिन बुक, प्रधानमंत्री के पचास साल के सार्वजनिक जीवन पर प्रकाश डालती है, उन प्रारंभिक वर्षों की खोज करती है जिसने उनके उद्देश्य और नेतृत्व के बीज बोए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जैसे सहयोगियों के मार्मिक उपाख्यानों के माध्यम से, पुस्तक उनके अथक प्रयासों, कड़ी मेहनत और संवादात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डालती है, जिसने उन्हें देश के सर्वोच्च पद पर पहुँचाया। यह दूसरों की सेवा में आत्म-खोज की उनकी निरंतर खोज को भी रेखांकित करता है, जो सार्वजनिक सेवा के जीवन की आकांक्षा रखने वालों के लिए एक रोड मैप प्रस्तुत करता है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे शिक्षाविद डॉ के एस उप्पल ने कहा डॉ. बालासुब्रमण्यम ने एक सावधानीपूर्वक तैयार की गई कहानी के माध्यम से प्रधानमंत्री की नेतृत्व यात्रा को दर्शाया है, तथा इसे पश्चिमी और भारतीय दोनों दृष्टिकोणों से व्याख्यायित किया है। यह दृष्टिकोणों का एक अनूठा मिश्रण है जो पाठकों को नेतृत्व की गतिशीलता की व्यापक समझ प्रदान करता है, जिससे यह सार्वजनिक सेवा और नेतृत्व विकास में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक आवश्यक पठन बन जाता है।
उन्होंने कहा कि “पावर विदिन: द लीडरशिप लेगेसी ऑफ नरेंद्र मोदी में, डॉ. बालू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन और दर्शन के माध्यम से सच्चे नेतृत्व का सार प्रस्तुत किया है।
शिक्षाविद श्री उप्पल ने कहा कि जब यूक्रेन और रूस का युद्ध प्रारंभ हुआ तब यूरोप सहित अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंध लगाया तब नरेंद्र मोदी की ही हिम्मत और नेतृत्व था कि उन्होंने रूस से पेट्रोलियम खरीदा और देश की आर्थिक रूप से संपन्न बनाने का प्रयास किया।
नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे ने कहा "यह पुस्तक पढ़ें और समझें कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी हमारी धार्मिक सभ्यता को पुनर्जीवित कर रहे हैं, ताकि भारत विश्व गुरु के रूप में फिर से उभर सके।
नेतृत्व का अभ्यास करना दूसरों के जीवन में योगदान देकर अपने जीवन को अर्थ देने का एक तरीका है। और नेतृत्व को व्यक्त करने का ऐसा अवसर हर दिन हमारे रास्ते में आता है। आवश्यकता इस बात की है कि उद्देश्य को पहचानने की संवेदनशीलता हो, जब वह उभरे और उसे प्रेम के श्रम के रूप में पूरा करने का साहस हो।
संगोष्ठी में भाजपा जिला उपाध्यक्ष कल्पेश अग्रवाल, सुनील राठौर,भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष जयकिशोर चौधरी, पुरानी इटारसी मंडल अध्यक्ष मयंक मेहतो, इटारसी मंडल अध्यक्ष जोगिंदर सिंह, महामंत्री राहुल चौरे , गोविंद महतो,नगरपालिका उपाध्यक्ष निर्मल सिंह राजपूत, सभापति राकेश जाधव , मजीत कलोसिया, पार्षद जिम्मी कैथवास, अमित विश्वास, कुंदन गौर, शुभम गौर सहित मौजूद थे।