ad

झारखंड भोजपुरी विकास केंद्र की प्रथम काव्य गोष्ठी संपन्न


 

झारखंड भोजपुरी विकास केंद्र की प्रथम काव्य गोष्ठी संपन्न

रांची, झारखंड भोजपुरी विकास केंद्र की प्रथम काव्यगोष्ठी का सफल आयोजन होटल सीटी पैलेस, लालपुर रांची में हुआ। सुनीता श्रीवास्तव द्वारा माँ शारदे की वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। हिंदी,अंग्रजी एवं भोजपुरी के वरिष्ठ कवि साहित्यकार तथा मंच के अध्यक्ष डॉ निरंजन प्रसाद श्रीवास्तव काव्य गोष्ठी कार्यक्रम के भी अध्यक्ष रहें, उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में भोजपुरी भाषा एवं साहित्य के आरंभ से लेकर वर्तमान तक की यात्रा पर संक्षिप्त चर्चा की तथा भोजपुरी के प्रसिद्ध कवियों की कविता तथा व्याख्यानों का उल्लेख एवं कविता पाठ से उद्बोधन किया। कार्यक्रम में भोजपुरी, बांग्ला एवं हिंदी के परम विद्वान कवि, साहित्यकार सरस्वती पुत्र आदरणीय हरेराम त्रिपाठी ने जटिल वृद्धावस्था में भी मंच का स्नेहिल आमंत्रण स्वीकार कर उपस्थित होने से कार्यक्रम का गौरव बढ़ गया, इन्होंने प्रसिद्ध भोजपुरी पुस्तकें, महत्वपूर्ण शोध की सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक समीक्षा-कृतियों, साहित्यातिहास लेखन की परंपरा और प्रसिद्ध काव्य एवं कवि के प्रतिमाणों की चर्चा की। मुख्य अतिथि के रूप में श्री सुरेश सिंह बाबू वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति' मंच पर सुशोभित रहें। मंच सचिव श्री विनोद सिंह गहरवार ने सभी रचनाकारों का आदरपूर्ण स्वागत किया। विशिष्ट अतिथियों में मंच संरक्षक रामजी यादव 'वाई.वी.एन.कुलपति' एवं सूर्यभान सिंह 'समाजसेवी', वरिष्ठ साहित्यकार कवि कुमार विजेंद्र एवं डॉ उर्मिला सिन्हा की गौरवपूर्ण उपस्थिति भी मंच पर रही। होटल सीटी पैलेस के मालिक विजय राजगढ़िया का कार्यक्रम में योगदान एवं समर्पण नमनीय है। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन मंच सचिव विनोद सिंह गहरवार ने किया। भोजपुरी एवं हिंदी कवयित्री लेखिका ममता मनीष सिन्हा ने भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में दर्जा दिए जाने के लिए होने वाले संघर्ष का वर्णन किया। जिन कवि-कवयित्रियों ने अपनी कविता से इस कार्यक्रम को सार्थक बनाया उनमें  श्रीकृष्णा विश्वकर्मा बादल, मनीषा सहाय सुमन, ममता मनीष सिन्हा, सूरज श्रीवास्तव, डॉ ओमप्रकाश, अमरेंद्र विष्णुपुरी, रश्मि सिन्हा, अर्पणा सिंह, बिंदु प्रसाद रिद्धिमा, जितेंद्र तिवारी, नीता शेखर, रंजना वर्मा उन्मुक्त, मीरा सिंह, सविता गुप्ता, विभा वर्मा, पूनम वर्मा, विश्वंभर पाण्डेय, आदि प्रमुख रहें। झारखंड के मशहूर शायर हिमकर श्याम, नेहाल हुसैन 'सरैयावी' एवं कामेश्वर सिंह कामेश की गजलें, लेखक-वादक एवं गायक सूरज श्रीवास्तव के गीत, बिनोद सिंह 'गहरवार' के मुक्तकों ने कार्यक्रम को अत्यंत मनोरंजक बना दिया। मुख्य अतिथि ने अपने अभिभाषण में भोजपुरी भाषा एवं साहित्य के महत्व पर प्रकाश डाला। मंच कार्यक्रम संयोजक एवं संचालक विनोद सिंह गहरवार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ इस भव्य सफल कार्यक्रम का समापन हुआ।



देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

Post a Comment

Previous Post Next Post