रेनू शब्दमुखर को शैक्षिक क्षेत्र व अनुकरणीय सेवाओं के लिए मिला पुरस्कार
जयपुर । ज्ञानविहार की वरिष्ठ शिक्षिका, कवयित्री,हिंदी विभागाध्यक्ष-रेनू शब्दमुखर को शैक्षिक क्षेत्र में अनुकरणीय सेवाओं के लिए,हिन्दी विषय तथा विद्यार्थियों के भविष्य को आकार देने में उनके अटूट समर्पण और उत्कृष्ट योगदान के लिए सुरेश ज्ञानविहार यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष श्री सुनील शर्मा चीफ मेंटोर डॉ.सुधांशु,डायरेक्टर कनिष्क शर्मा प्रिंसिपल डॉ. ऋत्विज गौड़ के द्वारा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
आपको बता दे कि रेनू शब्दमुखर को नेपाल में सामजिक व साहित्यिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु एशिया कॉन्टिनेंटल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी 2019 में मिल चुका है।तथा उनका 1एकल काव्य संग्रह अनकहे शब्द व 5 सम्पादित बुक प्रकाशित हो चुकी हैं और 2 किताबें प्रकाशाधीन है।
और हाँ, उनकी ही गाइडेंस में दो स्टूडेंट्स स्नेहा चौधरी और सौरभ शुक्ला की पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है और विद्यार्थी सौरभ शुक्ला का एक उपन्यास शीघ्र आने की प्रक्रिया में है।
रेनू के शब्दों में विद्यालय के प्रति मेरी प्रतिबद्धता अटूट है।
25 वर्षों से विद्यालय के हर छोटे-बड़े कार्य में मैं अपनी भागीदारी सुनिश्चित करती हूं। चाहे वह पाठ्यक्रम निर्माण हो, सांस्कृतिक कार्यक्रम हो, या प्रतियोगिताओं का आयोजन, मैंने 25 वर्षों से हमेशा अपनी पूरी ऊर्जा और समर्पण के साथ योगदान दिया है। मेरे लिए ज्ञान विहार सिर्फ एक संस्थान नहीं, बल्कि एक परिवार है।
मेरा उद्देश्य ज्ञान विहार का नाम हर क्षेत्र में ऊंचा उठाना है। विद्यालय के मूल्यों को अपने विद्यार्थियों में संचारित करना और उनके उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करना ही मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
रेनू शब्दमुखर