ad

सीतामऊ में होगा त्रिदिवसीय साहित्य महोत्सव आयोजित


 सीतामऊ में होगा त्रिदिवसीय साहित्य महोत्सव आयोजित 

केंद्रीय मंत्री - पद्मश्री कवि लेखक - अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों के व्याख्यान होंगे - तैयारी अंतिम चरण में - - कलेक्टर श्रीमती गर्ग

मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर / जिला मुख्यालय से मात्र 28 किलोमीटर दूर स्थित तहसील मुख्यालय सीतामऊ में आगामी 30 जनवरी से 1 फ़रवरी तक तीन दिवसीय "सीतामऊ साहित्य महोत्सव" का आयोजन होने जा रहा है। यह जानकारी बुधवार शाम जिला कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने जिला पंचायत सभागार में मीडिया को दी । 

आपने कहा कि अपनी साहित्यिक ओर ऐतिहासिक विरासत को लेकर प्रसिद्ध छोटी काशी नगरी सीतामऊ अपनी वैभवशाली संस्कृति का गान करेगी। साहित्य, कला एवं दर्शन , इतिहास , पर्यावरण क्षेत्र से जुड़ी देश की जानी मानी हस्तियों की उपस्थिति में मुख्य आयोजन 30, 31 जनवरी व 1 फरवरी को सीतामऊ में होगा।

 जिसमें विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत देश की प्रमुख हस्तियां इसमें शामिल होंगी। आयोजन को यादगार बनाने के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम में अलग-अलग दिन कई विधाओं से जुड़े रुचिकर कार्यक्रम भी किए जाएंगे। 

इस साहित्य महोत्सव का शुभंकर लोगो " मटरू मगरमच्छ " का अनावरण गत दिवस पूर्व मंत्री एवं सीतामऊ क्षेत्र विधायक एवं जनप्रतिनिधियों व नागरिकों की उपस्थिति में किया गया ।

कलेक्टर ने बताया कि साहित्य महोत्सव में शामिल होने के लिए इच्छुक व्यक्ति लिंक www.sitamaulitfest.in जाकर अपना पंजीयन करवा सकते हैं। पंजीयन का शुल्क नाममात्र 300 रुपए रखा गया है । आपने बताया कि सीतामऊ साहित्य महोत्सव आयोजन विद्यार्थी वर्ग के लिए निःशुल्क रहेगा।

🔸सीतामऊ साहित्‍य महोत्‍सव का 30 जनवरी को  शुभारंभ 

जिला कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने जानकारी में बताया कि तीन दिवसीय सीतामऊ साहित्य महोत्सव उद्घाटन केंद्रीय मंत्री , पद्मश्री कवि लेखक एवं  इतिहास, साहित्‍य, पुरातत्व से जुड़े राष्ट्रीय स्तर के विशिष्ट जनों की गरिमामयी उपस्थिति में होगा । प्रथम दिवस व्याख्यान , मुद्राशास्‍त्र, सिक्‍कों की यात्रा, संगीतमय शाम इत्‍यादि कार्यक्रम आयोजित होंगे । इसके लिये व्यापक तैयारी की जारही है , स्थानीय और अंचल के सुधिजन भी सहभागिता करेंगे । 

आपने बताया कि त्रि दिवसीय कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया है । इसमें अंचल की मालवी बोली में संवाद और संगोष्ठी , राष्ट्रीय स्तर के संगीत कलाकार तबला शिक्षक श्री निशांत शर्मा एवं दल का तबला वादन भी होगा । 

सीतामऊ_साहित्‍य_महोत्‍सव का शुभारंभ 30 जनवरी 2025 को प्रात: 10.30 दीप प्रज्‍वलन एवं सरस्‍वती पूजन कर शुभारंभ होगा। केन्‍द्रीय मंत्री श्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत द्वारा जल संरक्षण के विषय पर व्‍याख्‍यान देंगे। शोध साधना (डॉ. विक्रम सिंह भाटी) पत्रिका का विमोचन करेंगे। पद्मश्री लेखक कवि  श्री अशोक चक्रधर इतिहास और साहित्‍य के विषय पर व्‍याख्‍यान देंगे। राजस्‍थान के पूर्व राज्‍यसभा सांसद श्री ओंकारसिंह लखावत भारतीय  ज्ञान  परम्परा के विषय पर विशिष्ट व्‍याख्‍यान देंगे। इस मौके पर स्‍कूल के छात्रों द्वारा शिक्षा का महत्‍व विषय पर नाटक प्रदर्शित किया जायेगा । दोपहर में डॉ. उदय कुलकर्णी द्वारा मराठों के इतिहास के विषय पर व्‍याख्‍यान होगा उसके पश्चात अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर के संस्थापक प्रो.  आरसी ठाकुर द्वारा  मुद्राशास्त्र और सिक्कों की यात्रा का प्रदर्शन के साथ इस विषय पर व्‍याख्‍यान देंगे। दोपहर में पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त रहे टीसीए श्रीराघवन द्वारा 'इतिहास पुरुष' पुस्तक पर चर्चा और समीक्षा करेंगे। मालवा अंचल की क्विनोआ और अफ़ीम के खेतों का भ्रमण , सेवा कुंज, लदुना पैलेस भ्रमण, सीतामऊ गढ़ में हेरिटेज वॉक एवं सायं काल अली ब्रदर्स द्वारा संगीतमय (ग़ज़ल/लोकगायन ) प्रस्‍तुती दी जायेगी।

🔸सीतामऊ साहित्‍य महोत्‍सव   31  जनवरी के आयोजन

कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने बताया कि साहित्य महोत्सव के द्वितीय दिवस महत्वपूर्ण और विविध विषयों पर केंद्रित कार्यक्रम प्रस्तावित है इनमें सीतामऊ रियासत इतिहास का प्रदर्शन, सम्राट यशोधर्मन और हूण संघर्ष का चित्रण, पर्यावरण और सभ्यता पर संवाद, संगीतमय शाम सहित सरस  आयोजन होंगे ।

इसमें  प्रात: सेशन में विद्वान वक्‍ता एवं सुधीजनों के मध्य संवाद और 30 जनवरी को आयोजित कार्यक्रमों के अनुभव सांझा करेंगे। भानपुरा के  इतिहास एवं पुराविद डॅा. पी के भट्ट  मंदसौर और सीतामऊ के इतिहास का प्रदर्शन प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद सम्राट यशोधर्मन और हूण संघर्ष की गाथा का चित्रण किया जायेगा। प्रात: सत्र में श्री रविन्‍द्र कुमार शर्मा भारतीय संस्कृति में शास्त्र एवं उसका महत्व  विषय पर व्‍याख्‍यान देंगे।  पर्यावरणविद् पद्मश्री भालू मोंढे ऐतिहासिक झीलों का पुनरुद्धार पर व्याख्यान देंगे।  पूर्व पीसीसीएफ डॉ सुहास कुमार (आईएफओएस) और पर्यावरणविद् श्री साजिद लोधी समसामयिक पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर संवादात्मक सत्र पर व्‍याख्‍यान देंगे। दोपहर एक सत्र में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, स्कॉटलैंड लेखिका डॉ.यशस्विनी चंद्रा द्वारा युद्ध में घोड़े विषय पर वर्च्‍यूअल सेशन आयोजित है । दोपहर में लेखक एवं वक्ता डॉ. ममता खेड़े , लेखक एवं वक्ता डॉ. शादाब अहमद सिद्दीकी द्वारा "सभ्यता पर एक संवाद" विषय पर व्‍याख्‍यान होगा ।  शाम को  पद्मश्री भालू मोंढे के मार्गदर्शन में चंबल नद‍ी में सफारी, पक्षी, मगरमच्छ और ऊदबिलाव देखना और ट्रैकिंग की जायेगी एवं सायंकाल श्री राजविर सिंह एंड ग्रुप द्वारा संगीतमय (ग़ज़ल/सूफी) प्रस्‍तुती दी जायेगी।

🔸सीतामऊ साहित्‍य महोत्‍सव  में 1 फरवरी के आयोजन 

कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने बताया कि अंतिम दिवस 1 फ़रवरी को सीतामऊ साहित्‍य महोत्‍सव में प्रात:  श्री कल्ला जी वैदिक विश्वविद्यालय, राजस्थान के संस्थापक डॉ वीरेंद्र कृष्ण शास्त्री  भारतीय सांस्कृतिक परम्परा में शक्ति एवं शक्तिपीठ के विषय पर व्‍याख्‍यान देंगे।  एडीजी-बीएसएफ (आईपीएस) श्री राजाबाबू सिंह द्वारा सार्वजनिक सेवा और आध्यात्मिकता  विषय पर व्‍याख्‍यान होगा । इस कार्यक्रम में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर  इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं डीन श्री शिवकुमार भनोट द्वारा महाराज कुमार पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. रघुवीर सिंह के ऐतिहासिक योगदान के विषय पर व्‍याख्‍यान होगा ।  इसके बाद लघुकथा लेखन एवं पाठन विषय पर चर्चा करेंगे एवं लघुकथा लेखन एवं पाठन पर चर्चा करेंगे। इसके बाद दोपहर  को बेटी बचाओ विषय पर छात्रों द्वारा प्रहसन होगा। दोपहर  में लघुकथाओं, बहस और अन्य कार्यक्रम के लिए पुरस्कार वितरण किया जायेगा। मंदसौर की वनस्पतियों और जीवों के प्रकाशन पर पुस्तक विमोचन  किया जायेगा।

कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने मीडिया साथियों और मालवा अंचल के प्रबुद्ध जनों से सीतामऊ में होने जारहे साहित्यिक आयोजन में सहभागिता की अपील की है । आपने कहा कि एक मंच पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशिष्टजनों  का आगमन सीतामऊ होरहा है इसका लाभ पर्यटन , संस्कृति , साहित्य , इतिहास और पुरातत्व को मिलेगा जिससे दूरगामी परिणाम हितकारी सिद्ध होंगे 

 मीडिया से चर्चा में कलेक्टर ने पत्रकारों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया और बताया कि सुझावों और कार्यक्रम संबंध में सोशल मीडिया पर ग्रुप भी बनाया है ।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

Post a Comment

Previous Post Next Post