देशभर के कवियों ने बिखेरे शब्दों के पुष्प —श्रीराम राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था, अयोध्याधाम के तत्वावधान में हुआ भव्य कवि सम्मेलन
पिलखुवा, साहित्य और संवेदना के दिव्य संगम का साक्षी बना श्रीराम राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था,अयोध्याधाम के तत्वावधान में एक भव्य ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन शोभित गुप्ता जी के सशक्त संचालन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से प्रतिभाशाली कवियों ने सहभागिता कर अपनी रचनाओं से शब्दों की पुष्पवर्षा की।
राष्ट्रीय अध्यक्ष, वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार अशोक गोयल जी ने बताया कि यह आयोजन भारतीय साहित्य को समर्पित एक ऐसा मंच है, जहाँ विभिन्न प्रांतों की सांस्कृतिक विविधता काव्य के माध्यम से एकसूत्र में बंधती है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्था निरंतर इस प्रकार के आयोजन करती रहेगी, जिससे नवोदित एवं वरिष्ठ रचनाकारों को समान रूप से मंच प्राप्त हो और साहित्यिक चेतना व्यापक स्तर पर प्रसारित हो।
इस कवि सम्मेलन की विशेषता यह रही कि इसमें विविध शैलियों, भावों और भाषायी सौंदर्य से समृद्ध रचनाएँ प्रस्तुत की गईं।कार्यक्रम में आमंत्रित रचनाकारों मेंआत्मप्रकाश कुमार (गांधीनगर, गुजरात), कवि वीरेन्द पाठक,लक्ष्मी डहरिया (भारापारा, छत्तीसगढ़), रीता गुगलानी (फरीदाबाद, हरियाणा), उमाकांत भारद्वाज 'लक्ष्य' (भिण्ड, मध्यप्रदेश), सुनीलानंद (जयपुर), डॉ. सुमन मेहरोत्रा (मुजफ्फरपुर, बिहार), अर्चना आनंद (गाजीपुर, उत्तर प्रदेश), पं. शिवप्रकाश जमदग्निपुरी (मुंबई), ममता गुप्ता (बाराबंकी), सोनिया सरीन साहिबा (दिल्ली), जनकवि सुखराम शर्मा, रामअवतार शर्मा 'राम' (बाड़ी, राजस्थान), लव कुमार 'प्रणय' (अलीगढ़), डॉ. राजेश तिवारी 'मक्खन' (झांसी, उत्तर प्रदेश), मुल्कराज 'आकाश', डॉ. ज्योति कृष्ण (पुणे, महाराष्ट्र), राजेश कुमार शर्मा (धौलपुर, राजस्थान), पूनम गुप्ता 'कलिका' (अलीगढ़), श्रीमती चन्द्रकला शर्मा (बेमेतरा, छत्तीसगढ़), रामदेव शर्मा 'राही' (छाता, मथुरा, उत्तर प्रदेश), इन्द्रपाल द्विवेदी 'इन्द्र' (अमरपाटन, मैहर, मध्यप्रदेश), सुरेश कुमार बांछोड़ (भिलाई), आँचल जैन (कटनी, मध्यप्रदेश), आशा रानी शरण, शोभित गुप्ता, डॉ. सुशीला जोशी, वीरेंद्र पाठक, चंद्रकला भारतीया, भेरू सिंह चौहान, मोहन गुर्जर, डॉ. कमला माहेश्वरी।
हर कवि ने अपने अंदाज़ में सामाजिक सरोकार, राष्ट्रभक्ति, प्रेम, प्रकृति और मानवीय संवेदनाओं को छंदों में पिरोकर प्रस्तुत किया।