अखिल भारतीय कला मंदिर, भोपाल के अमृत महोत्सव आयोजन की शुरुआत बीस सदस्यीय साहित्यकार दल द्वारा ललरिया (बेरसिया) ग्राम भ्रमण से हुई
भोपाल । साहित्य एवं कला को समर्पित नगर की सबसे पुरानी संस्था अपनी स्थापना के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। इस अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में अनिवासी भारतीय आचार्य ओम प्रकाश सामवेदी, विश्ववारा शक्तिपीठ आर्य समाज द्वारा ललरिया, तहसील बेरसिया जिला भोपाल में संस्था का अमृत महोत्सव संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गौरी शंकर शर्मा गौरीश की अध्यक्षता, परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष विष्णु राजौरिया के मुख्य आतिथ्य, संस्था उपाध्यक्ष द्वय वरिष्ठ साहित्यकार सुरेश पटवा, डॉक्टर बंदना मिश्रा के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गौरी शंकर गौरीश के नेतृत्व में बीस सदस्यीय साहित्यिक समूह में सर्वश्री विष्णु राजोरिया, सुरेश पटवा, डॉक्टर वंदना मिश्रा, राकेश चतुर्वेदी, अरविंद मिश्रा, वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, सुषमा श्रीवास्तव, सुनीता शर्मा सिद्धि, बिहारी लाल सोनी, कविता सिरौले, पुरुषोत्तम साहित्यार्थी, अशोक धमेनीया, सीमा शिवहरे, मृदुल त्यागी, सुरेश पबरा, मीनू पांडे, सौम्या पटवा और मंजू पटवा ने सनौटी और ललरिया ग्रामीण क्षेत्रों में कविताओं और संभाषणों से सनातन साहित्यिक अलख जगाने का स्तुत्य प्रयास किया।
साहित्यिक समूह के भोपाल से बेरसिया पहुँचने पर आचार्य ओम प्रकाश सामवेदी ने समूह का स्वागत किया। इसके बाद सनौटी ग्राम में प्राचीन राम मंदिर के उद्धार हेतु स्थानीय ग्रामीणों को सक्रिय रूप से भागीदारी हेतु प्रोत्साहित किया गया। समूह का जुलूस सनोटी से ग्राम ललरिया पहुंचा। वहाँ के मंदिरों के उद्धार हेतु ग्रामीण जनों ने कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा के विश्ववारा शक्तिपीठ पहुंचने ओर सामवेदी जी के सानिध्य में सरस्वती वंदना के पश्चात, अतिथि सम्मान फिर सनातन वेदामृत यज्ञ संपन्न हुआ। प्रमुख अतिथियों राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गौरी शंकर शर्मा गौरीश की अध्यक्षता, परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष विष्णु राजौरिया के मुख्य आतिथ्य, संस्था उपाध्यक्ष द्वय वरिष्ठ साहित्यकार सुरेश पटवा, डॉक्टर बंदना मिश्रा, सुनीता शर्मा और अशोक धमेनिया ने उपस्थित जनसमूह को बच्चों में सनातन संस्कार डालने और ज्ञान प्रचार प्रसार हेतु सतत कार्य करने को प्रेरित किया। डॉक्टर गौरीश रचित श्री राम चालीसा का सस्वर पाठ किया। अंत में परसादी ग्रहण करने के बाद अमृत कवि सम्मेलन संपन्न हुआ। ज्ञातव्य है कि संस्था द्वारा अमृत महोत्सव वर्ष में भोपाल और आसपास के विभिन्न स्थलों पर वर्ष इसी प्रकार के साहित्यिक कार्यक्रमों को साकार रूप देने की कार्ययोजना है।
डॉक्टर गौरी शंकर शर्मा गौरीश
राष्ट्रीय अध्यक्ष