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रामायण जन्मों का पाप नष्ट करती है: आचार्य मानस मणि : श्रीराम जन्म महोत्सव के अंतर्गत श्रीराम कथा का पहला दिन


 
रामायण जन्मों का पाप नष्ट करती है: आचार्य मानस मणि : श्रीराम जन्म महोत्सव के अंतर्गत श्रीराम कथा का पहला दिन

इटारसी। चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर में नर्मदांचल की आस्था के प्रमुख केंद्र ठाकुर श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर तुलसी चौक परिसर में रविवार से श्री रामजन्म महोत्सव अंतर्गत संगीतमय श्रीराम कथा प्रारंभ हुई। इस वर्ष चित्रकूट धाम से पधारे पूज्य आचार्य महेंद्र मिश्र मानसमणि श्रीमुख से श्रीराम कथा श्रवण कराई जा रही है।

प्रथम दिवस की कथा में महाराज जी ने कहा कि रामायण जन्म जन्मांतरों की पाप राशि को नष्ट कर जीवात्मा को शुद्ध कर देती है। रामायण का लेखन/निर्माण महर्षि बाल्मीकि ने किया। वहीं गोस्वामी तुलसीदास जी ने क्लिष्ट संस्कृत को आमजन के लिए सुलभ बनाने हेतु रामायण का दोबारा लेखन किया। देवऋषि नारद ने ऋषि वाल्मीकि को रामायण उपदेश दिया था। कथा को विस्तार देते हुए उन्होंने कहा कि रामायण गायत्री मंत्र का विस्तार है। कथा के अगले भाग में महाराज दशरथ के द्वारा शासित अयोध्या नगरी का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान का राम अवतार राक्षसी प्रवृत्तियों के विनाश और जनमानस के तारणहार के रूप में हुआ। महाराज श्री ने प्रथम दिवस रामायणजी के कई प्रसंगों के आधार पर कथा सुनाई। इस अवसर पर संगीतकार के रूप में तबला पर विपिन त्रिवेदी,

ओक्टोपेड पर प्रकाश जी एवं हारमोनियम पर कमलेश द्विवेदी की संगत ने सुमधुर भजन प्रस्तुत किये।

प्रथम दिवस की कथा में श्री रामजन्म महोत्सव समिति के संरक्षक प्रमोद पगारे, अध्यक्ष डॉ नीरज जैन, कार्यकारी अध्यक्ष विपिन चांडक, सचिव अभिषेक तिवारी, कोषाध्यक्ष प्रकाश मिश्रा, सह कोषाध्यक्ष अमित सेठ दरबार, उपाध्यक्ष विष्णु शंकर पांडेय, सुधीर गोठी, संदेश अग्रवाल, अर्पण माहेश्वरी, प्रवक्ता भूपेंद्र विश्वकर्मा, मंदिर समिति प्रबंधक दिनेश सैनी सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी, सदस्य उपस्थित रहे। कथा के प्रथम दिवस पर मंदिर प्रांगण में बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण करने उपस्थित रहे।

आकर्षक सजाया मंदिर प्रांगण

 श्री रामजन्म महोत्सव समिति के अध्यक्ष नीरज जैन ने बताया कि चैत्र नवरात्रि एवं श्री रामजन्म महोत्सव कार्यक्रम के चलते संपूर्ण मंदिर परिसर में आकर्षक साज सज्जा एवं विद्युत व्यवस्था की गयी है। मंदिर परिसर के आसपास के सभी मार्गों पर भी सनातनी ध्वज, भगवा झंडियो और सीरीज लाइट से सजावट की गयी है। प्रतिदिन सायंकाल 7 बजे से 9.50 बजे तक श्री रामकथा होगी, जिसमें समिति ने अधिक से अधिक धर्मप्रेमी जनता से शामिल होने का आग्रह किया है।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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