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पुस्तकालय के ग्रंथों का ज्ञान, गौरवशाली अतीत की जानकारी आम जनता तक सरल भाषा में पहुंचे : सभापति एवं पूर्व मंत्री श्री सखलेचा




पुस्तकालय के ग्रंथों का ज्ञान,  गौरवशाली अतीत की जानकारी आम जनता तक सरल भाषा में पहुंचे : सभापति एवं पूर्व मंत्री श्री सखलेचा

म.प्र. विधान सभा पुस्तकालय, अनुसंधान एवं संदर्भ समिति ने नटनागर शोध संस्थान का अवलोकन कर अधिकारियों के साथ सयुक्त बैठक की

मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर / मध्यप्रदेश विधान सभा पुस्तकालय, अनुसंधान एवं संदर्भ समिति ने सोमवार को जिले के सीतामऊ स्थित नटनागर शोध संस्थान रघुवीर लाइब्रेरी एवं रिसर्च संस्थान का अवलोकन कर अधिकारियों के साथ सयुक्त बैठक की। इस दौरान समिति के सभापति एवं पूर्व मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं समिति के सदस्य श्री जितेंद्र उदयसिंह पंड्या, सदस्य श्री विवेक विक्की पटेल, सदस्य श्री चैन सिंह वरकड़े, सुवासरा विधायक श्री हरदीप सिंह डंग, नगर परिषद अध्यक्ष श्री मनोज शुक्ल, जनपद अध्यक्ष श्री वर्मा सहित सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकुल जैन, सीतामऊ एसडीएम श्रीमती शिवानी गर्ग, नटनागर शोध संस्थान के अधिकारी,  कर्मचारी, जिला एवं जनपद पंचायत सदस्य, शोधार्थी मौजूद थे। 

पुस्तकालय अवलोकन एवं बैठक के दौरान समिति सभापति श्री सखलेचा ने कहा कि पुस्तकालय में रखे ग्रन्थों में छुपे ज्ञान, उनकी सही जानकारी, भारत के गौरवशाली इतिहास की जानकारी आम जनता को आसानी से मिलनी चाहिए। पुस्तकालय में कई ऐसे ग्रंथ हैं जो संस्कृत में है उनका सही अर्थ आम लोगों को पता चले। इस दिशा में कार्य करें। समिति आज इस संस्थान में अध्ययन के दृष्टिकोण से पहुंची है। इतिहास और लाइब्रेरी ऐसे विषय हैं जो जिंदगी के अनुभव बताते हैं। पहले किस तरह से ऑर्डर पास होते थे, कैसी व्यवस्था होती थी। इसकी जानकारी हमें इन ग्रंथो के माध्यम से मिलती हैं। समाज में कैसे परिवर्तन आए, समाज ने कैसे विकास किया आदि जानकारी पुस्तकालय के माध्यम से मिलती है। इतिहास के रहस्यों की जानकारी सामान्य भाषा में कैसे लोगों को प्राप्त हो, यह समिति का प्रमुख उद्देश्य है। पुस्तकालय में जितने भी ग्रंथ हैं उसकी प्रतिलिपि/ फोटोकॉपी शोधार्थी को मिले, इसके लिए प्रयास करें। इसकी जानकारियां जनता के बीच पहुंचे। पुस्तकालय में रखे सभी तरह के डाटा को कंपाइल करें। ऑनलाइन डाटा करें। इसके लिए विशेष प्रयास किया जाए। 

आपने कहा नटनागर शोध संस्थान का पुस्तकालय बहुत ही अद्भुत एवं सारगर्भित हैं। यहां पर बहुत ही उपयोगी जानकारियां हैं। इसके बारे में लोगों को बताएं। इस पुस्तकालय के बारे में लोगों को जानकारी देवे। यहां की उपयोगी जानकारियां जो संस्कृत श्लोक में है, उनका हिंदी अर्थ निकलवाये। इसके लिए 10-20 विद्यार्थियों को रखें, जो श्लोक का हिंदी उच्चारण करें, इसके लिए भी कोशिश की जानी चाहिए। 

सीतामऊ विधायक श्री डंग ने कहा कि विगत दिनों इस संस्थान में सीतामऊ साहित्य महोत्सव का आयोजन किया गया। जो कि साहित्य के क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धि है। जिसके माध्यम से लोगों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। इस नटनागर संस्थान के माध्यम से देश नहीं विदेश के विद्यार्थी भी ज्ञान का अनुभव यहां से प्राप्त करके ले जाते हैं। एशिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है। जहां ज्ञान का भंडार है।

*म.प्र. विधान सभा पुस्तकालय, अनुसंधान एवं संदर्भ समिति की जिला अधिकारियों के साथ हुई बैठक* 

मंदसौर में मध्यप्रदेश विधान सभा पुस्तकालय, अनुसंधान एवं संदर्भ समिति की जिलाधिकारी के साथ सुशासन भवन स्थित सभागृह में बैठक आयोजित की गई। बैठक में समिति के सभापति एवं विधायक श्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं समिति के सदस्य श्री जितेंद्र उदयसिंह पंड्या, सदस्य श्री विवेक विक्की पटेल, सदस्य श्री चैन सिंह वरकड़े सहित अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकुल जैन, सभी जिलाधिकारी मौजूद थे। 

बैठक के दौरान समिति सभापति श्री सखलेचा ने कहां की पुस्तकालय का जनता के लिए अधिक से अधिक उपयोगी होना चाहिए। पुस्तकालय के माध्यम से व्यक्ति अपने अनुभव को और अधिक से अधिक बढ़ा सकता है। इसको गंभीरता से लेना चाहिए। मध्य प्रदेश सरकार हर जगह पर गीता भवन बना रही है। जिसमें विभिन्न ग्रंथों का शोधार्थी,  विद्यार्थी अध्ययन कर सकेंगे। इसके साथ ही बैठक में जिले में संचालित होने वाली सभी पुस्तकालय की जानकारी, मिलने वाली सुविधाएं, पुस्तकालय में संसाधन, किताबों की जानकारी, कर्मचारियों की जानकारी के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने निर्देश देते हो कहा कि जिले में कितने पुस्तकालय संचालित हैं। उनमें क्या क्या सुविधाएं हैं, किस-किस विषय की हैं। उनकी गुणवत्ता कैसी हैं। इत्यादि डाटा की जानकारी सात दिवस में प्रेषित करें। 

बैठक के दौरान को सीईओ जिला पंचायत अनुकूल जैन ने जानकारी दी कि, जिले में तीन मंजिला नवीन पुस्तकालय निर्माण के संबंध में नगर पालिका के माध्यम से योजना तैयार की जा रही है। जिसमें ई लाइब्रेरी की भी सुविधा मिलेगी। जहां पर पुरानी किताब मिलेगी, तीन मंजिला भवन बनेगा, यह पुस्तकालय मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण वाचनालय में एक होगा।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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