एक नागरिक एक गाय की सेवा करें तो उसे कचरा नहीं खाना पड़ेगा: पूज्य राधाकृष्ण जी महाराज
नानी बाई रो मायरो कथा के दूसरे दिन गौ सेवा की सीख सिखाई
इटारसी। हिंदू समाज को गुटका, पान, व्यसन की चीज छोड़कर उतना खर्च गोवंश पर करना चाहिए, जिससे गोवंश की अच्छी सेवा हो सकती है। अगर शहर का हर एक नागरिक एक गौ माता की सेवा का संकल्प ले ले तो गौ माता को कभी भी कचरा एवं पॉलिथीन नहीं खाना पड़ेगा।गावो विश्वस्य मातरः अर्थात गौमाता सारे विश्व की माता है, हम पैर पढ़कर हाथ तो जोड़ लेते हैं लेकिन गौमाता की स्थिति देखकर मुंह भी मोड़ लेते हैं, जिसके कारण आज हमारे देश में गौ वंश की दुर्दशा हैं। उक्त उद्गार धार्मिक नगरी इटारसी में जोधपुर से पधारे अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास गोवत्स श्री राधा कृष्ण जी महाराज ने व्यासपीठ से अपने श्रीमुख से नानी बाई रो मायरो की कथा के द्वितीय दिवस पर व्यक्त किए। उल्लेखनीय है कि यजमान मालपानी परिवार द्वारा संगीतमय नानी बाई रो मायरो की कथा का आयोजन मालपानी परिसर में किया गया है।
द्वितीय दिवस की कथा में महाराज श्री ने नरसी भगवान की कथा को विस्तार दिया। व्यासपीठ से धार्मिकजनों को संबोधित करते हुए महाराज श्री ने कहा कि जो व्यक्ति नींद में चलता है वह ठोकर खाता है, अपनी सही जगह नहीं पहुंच पाता। वहीं भगवान जिसे चलाते हैं वह बिना अवरोध अपनी मंजिल पर पहुंच जाता है। महाराज श्री ने कहा कि तुलसी जी का संबंध प्रेम से है इसलिए हर घर में तुलसी अवश्य होनी चाहिए। आज का युग ऐसा है जहां अगर आपके सहयोग और सुझाव की आवश्यकता नहीं है वहां सब पहुंच जाते हैं। ओर जहां वास्तविकता में सहयोग की आवश्यकता होती है वहां कोई नहीं पहुंचता। कथा में कार्यक्रम का संचालन विजय राठी ने किया।
दूसरे दिन की कथा में व्यासपीठ पर विराजित महाराज श्री का विधायक डॉ सीतासरन शर्मा, राज्यसभा सदस्य माया नारोलिया, एसडीएम नीलेश शर्मा, यजमान परिवार के ऊषा राजकुमार मालपानी, कंचन मांगीलाल मालपानी, वाराणसी से कंचन निर्मल जी, जयपुर से सरिता अनिल जी, दिल्ली से संजू राजेंद्र जी, नाइजीरिया से गोविंद मेहता, रेखा अनिल राठी, सुमन संजय गोठी, शैलेश अग्रवाल, रत्ना अग्रवाल, गरिमा राठी, गौरव राठी पटना, बनारस से आशा अश्वेक कोठारी, गिरिराज जी, सुनील जी, अर्चना श्रीकांत मोलासरिया, कल्पना सतीश बांगड़, आरती विजय राठी, सुरेश जी बानापुरा, रविकिशोर जायसवाल, कर्मवीर गांधी, मूंदड़ा परिवार मुंबई, मालपानी परिवार की सभी बेटियां, रांची से मनोज एवं आनंद जी, सज्जन पच्चीसिया, मंजू सुशील जी, आदित्य कोठारी, वनारस से राजेंद्र अग्रवाल, मलूक पीठाधीश्वर श्री राजेंद्र गोस्वामी जी के शिष्य विवेकानंद तिवारी जी सहित अन्य धार्मिक जनों ने आरती एवं स्वागत किया। कथा श्रवण करने बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी जनता मालपानी परिसर पहुंच रही है। आज बुधवार को कथा का तीसरा एवं विश्राम दिवस है। यजमान मालपानी परिवार ने अधिक से अधिक संख्या में नागरिकों को कथा श्रवण करने पहुंचने का आग्रह किया है।
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