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गांधीसागर में अफ्रीकी चीतों की पुनर्स्थापना केंद्र पर केन्या के विशेषज्ञों ने किया भ्रमण : विभागों की समन्वित टीम रही साथ
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । जिले के गांधीसागर अभयारण्य में प्रचलित चीता पुनर्स्थापना योजना अन्तर्गत प्रचलित कार्यों और व्यवस्था केन्या सरकार के वन्यजीवों के विशेषज्ञों के दल ने वन परिक्षेत्र का जायज़ा लिया !
जिले के प्रशासन अधिकारी एवं वन विभाग ने जानकारी दी है कि भारत सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना चीता पुनर्स्थापना योजना अन्तर्गत केन्या सरकार का 06 सदस्यीय वन्यजीव विशेषज्ञ दल गांधीसागर में दो दिवसीय भ्रमण के लिए मंदसौर जिले के गांधीसागर अभयारण्य पहुंचा !
प्रथम दिवस में भ्रमण दल को अभयारण्य में चीता पुनर्स्थापना के लिए की गई तैयारियों एवं कुनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रोजेक्ट के सफ़लतम एक वर्ष के संबंध में
विस्तृत प्रस्तुतीकरण गांधीसागर एवं कुनो प्रबंधन द्वारा दिया गया !
दूसरे दिन किया क्षेत्र का भ्रमण
दल ने गांधीसागर में प्रचलित एवं पूर्ण हुए कार्यों का किया भ्रमण
इन कार्यों का किया भ्रमण-
🔸1. अभयारण्य में चीता पुनर्स्थापना अन्तर्गत 6400 हैक्टेयर में बने बाड़े एवं क्षेत्र का भ्रमण !
🔸2. चीतों को भारत सरकार की क्वारंटाइन गाइडलाइन अनुसार गांधीसागर में लाने के उपरांत 30 दिवस के प्रारंभिक क्वारंटाइन के लिये बनाये गये क्वारंटाइन बाड़ो का भ्रमण एवं बाड़े अन्तर्गत चीतों की मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए हायमास्ट कैमरा, जल स्त्रोत आदि का भ्रमण!
🔸3. चीतों की मॉनिटरिंग के लिए बनाये गये मॉनिटरिंग रूम का भ्रमण !
🔸4. चीता हेतु निर्मित किए जा रहे उपचार केंद्र का भ्रमण !
भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून एवं नेशनल टाइगर कंज़र्वेशन अथॉरिटी के विशेषज्ञों द्वारा भारत में वन्यप्राणियों की मॉनिटरिंग के लिए उपयोग किए जा रहे उपकरणों एवं तकनीकी के संबंध में भी भ्रमण दल को अवगत कराया !
दक्षिणअफ़्रीका एवं नामीबिया के साथ हो चुका है MOU
भारत से विलुप्त हो चुके चीतों को पुनः बसाने के लिए भारत सरकार द्वारा दक्षिणअफ़्रीका एवं नामीबिया के साथ पूर्व में ही MOU हस्ताक्षरित किया जा चुका है !
वर्तमान में केन्या से आये दल द्वारा भी चीता पुनर्स्थापना हेतु चयनित स्थलों को भ्रमण किया जाएगा, ताकि निकट भविष्य में केन्या के साथ भी चीता के संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जा सके जो की भारत में चीता पुनर्स्थापना एवं इनके संरक्षण हेतु चीता प्रोजेक्ट के माध्यम से किए जा रहे प्रयासों को और अधिक बल देगी !
स्थानीय अधिकारी भी रहे भ्रमण दल के साथ
केन्या से आये विशेषज्ञों के दल के साथ नेशनल टाइगर कंज़र्वेशन अथॉरिटी के AIG स्तर के अधिकारी, कुनो नेशनल पार्क डायरेक्टर , वन संरक्षक उज्जैन , वन मंडल अधिकारी मंदसौर एवं गांधीसागर का स्थानीय स्टाफ़ उपस्थित रहा!
डीएफओ डिस्ट्रिक्ट मंदसौर संजय रायखेरे के अनुसार केन्या के विशेष दल के साथ दिल्ली से एक अन्य विशेषज्ञ भी गांधीसागर आये हैं ।
इन सबके द्वारा चीतों को पुनर्स्थापित किये जाने को लेकर उनके अनुकूल वातावरण , आहार , पानी के साथ रहने वाले बाड़ों आदि को जांचा परखा जारहा है । महत्वाकांक्षी चीता प्रोजेक्ट के अंतर्गत गांधीसागर अभयारण्य में चीतों की आमद अभी निश्चित नहीं है । निर्धारित मापदंडों पर तैयारियां पूर्णता की ओर है ।