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सूत्रधार संस्था की गोष्ठी में बही सावन के गीतों की बहार


 

सूत्रधार संस्था की गोष्ठी में बही सावन के गीतों की बहार  

हैदराबाद । साहित्य, कला, संस्कृति, शिक्षा और समाज सेवा हेतु समर्पित राष्ट्रीय संस्था सूत्रधार साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, हैदराबाद, भारत द्वारा आयोजित 54 वीं मासिक गोष्ठी बहुत ही हर्षोल्लास पूर्वक सम्पन्न हुई। संस्थापिका सरिता सुराणा ने सभी सम्मानित सदस्यों का हार्दिक स्वागत किया और उन्हें संस्था की गतिविधियों की संक्षिप्त जानकारी प्रदान की। जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह गोष्ठी दो सत्रों में आयोजित की गई थी। कटक, उड़ीसा से हिन्दी कहानीकार एवं कवयित्री श्रीमती रिमझिम झा ने सुमधुर स्वर में स्वरचित सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की।

प्रथम सत्र में उपस्थित सभी सदस्यों ने वर्षा ऋतु और श्रावण मास से जुड़े हुए अपने बचपन से लेकर पचपन तक के संस्मरणों और खट्टी-मीठी यादों को साझा किया। द्वितीय सत्र में सावन के गीतों और शिव आराधना से सम्बन्धित रचनाओं के अनवरत पाठ ने प्रकृति और भक्ति का समन्वय स्थापित करते हुए कवि सम्मेलन जैसा समां बांध दिया।  

इस गोष्ठी में सबने अपने रोचक संस्मरणों, सावन और शिव स्तुति के गीतों से जो मनोरंजक समां बांधा, सचमुच आत्मिक आनन्द की अनुभूति से सबका मन आह्लादित हो गया। वरिष्ठ साहित्यकार किरन सिंह ने इस गोष्ठी की अध्यक्षता की। उन्होंने अपनी अध्यक्षीय टिप्पणी देते हुए सभी सहभागियों की रचनाओं पर सकारात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की और सभी की रचनाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उसके बाद अपनी रचनाओं का पाठ किया।

इस गोष्ठी में देश भर से सदस्यों ने अपनी गरिमामय उपस्थिति प्रदान की। कटक, उड़ीसा से श्रीमती रिमझिम झा, विशाखापट्टनम, आंध्र-प्रदेश से श्रीमती कनक पारख, 

बैंगलुरू से एडवोकेट श्रीमती अमृता श्रीवास्तव, कोलकाता, पश्चिम बंगाल से श्रीमती हिम्मत चौरड़िया और श्रीमती सुशीला चनानी, उदयपुर, राजस्थान से श्रीमती सपना श्रीपत, हैदराबाद से श्रीमती किरन सिंह, श्रीमती तृप्ति मिश्रा, श्रीमती ममता सक्सेना, श्रीमती अमिता श्रीवास्तव, बिनोद गिरि अनोखा, श्रीमती कल्याणी झा और सरिता सुराणा ने काव्य पाठ किया। 

अमृता श्रीवास्तव ने आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि गोष्ठी में इतना आनन्द आ रहा है कि लगता है थोड़ी देर और चलती रहे। मुझे सूत्रधार संस्था की मासिक गोष्ठी का हमेशा इन्तज़ार रहता है। उन्होंने सभी सहभागियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया और मासिक गोष्ठी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने हेतु अनुरोध किया। सभी सदस्यों ने रोचक और मनोरंजक गोष्ठी के सफल आयोजन हेतु संस्था का आभार व्यक्त किया।


रिपोर्ट 

सरिता सुराणा 

संस्थापिका 

सूत्रधार साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, हैदराबाद 

भारत 

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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