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स्थानीय कलाकारों के द्वारा हो रामलीला का मंचन -सौरभ दुबे, पत्रकार इटारसी


 स्थानीय कलाकारों के द्वारा हो रामलीला का मंचन 

  नगर पालिका परिषद इटारसी के द्वारा प्रतिवर्ष गांधी ग्राउंड एवं पुरानी इटारसी सूखासरोवर स्थित वीर सावरकर मैदान पर रामलीला का मंचन कराया जाता है। जिसमें देश के अलग अलग क्षेत्रों से कलाकारों की टीम आती है। जानकारी के अनुसार पूरे कार्यक्रम को आयोजित करने में नगर पालिका के द्वारा लगभग 18 लाख रुपए खर्च किए जाते हैं। वही देखा जाए तो नर्मदापुरम में भी रामलीला का आयोजन किया जाता है लेकिन इस रामलीला मंचन में स्थानीय कलाकारों द्वारा रामायण के पात्रों का अभिनय किया जाता है। उन्हें इस भूमिका को निभाने के लिए बाकायदा पारिश्रमिक भी प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा को निखारने का एक शुभ अवसर प्रदान होता है। इसी प्रकार सेमरी हरचंद में भी स्थानीय कलाकारों के द्वारा राम लीला का मंचन किया जाता है। 

पिछले कुछ समय में देखा गया है कि इटारसी एवं आसपास के इलाके के अनेक कलाकारों द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने अभिनय एवं निर्देशन की कला का परचम फहराया गया है। उदाहरण के तौर पर नितेश तिवारी, जो की हिंदी सिनेमा के सफलतम निर्देशक में से एक हैं।वही उनके भाई लूना तिवारी भी विज्ञापन जगत का जनक माना नाम है। टीवी सीरियल शनि देव में मुख्य भूमिका निभा चुके कार्तिकेय मालवीय भी यहां से निकले। राहुल चेलानी सिनेमा के क्षेत्र में नित आयाम स्थापित कर रहे हैं। नर्मदापुरम के मानव कौल भारतीय सिनेमा एवं वेब सीरीज में अपने आपको स्थापित कर चुके हैं। इटारसी की मुस्कान बामने, नर्मदा पुरम की इशा मालवीय टीवी एवं सिने जगत में नाम कमा रही हैं। पिछले कई वर्षों में इटारसी शहर में वरिष्ठ हास्य व्यंग्यकार बृजकिशोर पटेल, थियेटर निर्देशक डोलरिया के कर्मवीर सिंह राजपूत जो भोपाल में अपना थियेटर ग्रुप चलाते हैं ने अनेक नाटकों का मंचन किया है जिसमें स्थानीय कलाकारों ने अपने अभिनय से सबको प्रभावित किया था। बृजकिशोर पटेल एमएक्स प्लेयर  पर मिशन इंदौर फिल्म में मुख्य भूमिका निभा चुके हैं जिसका प्रीमियर इटारसी में किया गया था। उनकी एक और फिल्म बनकर तैयार है। नगर पालिका परिषद इटारसी, रामलीला के आयोजन से जुड़े लोगों से निवेदन है कि वे इस बार से ही स्थानीय कलाकारों के माध्यम से रामलीला का मंचन कराएं। एवं उन्हें पारिश्रमिक भी प्रदान करें। शहर का पैसा शहर में रहेगा, कलाकारों को प्रोत्साहन भी मिलेगा, बजट में भी करना चाहेंगे तो कटौती हो सकेगी।

स्थानीय कलाकारों के परिजनों मित्रों शुभचिंतकों में रामलीला मंचन देखने के प्रति रुचि बढ़ेगी। नर्मदापुरम में किया जा सकता है तो यहां भी किया जा सकता है। निश्चित रूप से यह एतिहासिक निर्णय होगा। 

--सौरभ दुबे, पत्रकार इटारसी

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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