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तिरुपति प्रसादम के दोषियों को फांसी की सजा की मांग


 तिरुपति प्रसादम के दोषियों को फांसी की सजा की मांग 

प्रसादम कांड से आहत हिंदू संगठनों ने निकाली विरोध रैली, जनसभा का हुआ आयोजन

हिंदुओ को अपने बच्चों पर ध्यान देने की आवश्यकता: युवराज स्वामी जी महाराज

इटारसी। परिवारजन अपने बच्चों पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और हमारे बच्चों ने हमारे सनातन धर्म के हीरो कहे जाने वाले श्रीराम, श्रीकृष्ण और ऐसे अनगिनत महान व्यक्तित्व को छोड़कर थोड़े से पैसों के लिए पाश्चात्य संस्कृति की गलत बातें करने और सिखाने वाले लोगों को अपना आदर्श मान लिया है। यह हमारे समाज का लूप पॉइंट है। जिसके जरिए विधर्मी और सनातन पर हमला करने वाले लोग हमारे खिलाफ साजिशें रच रहे हैं। आंध्रप्रदेश के तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम को अशुद्ध और पवित्र करने के पीछे भी ऐसे ही सनातन विरोधी लोगों की मानसिकता एवं कार्यशेली है। हिंदू और सनातनी हमेशा विश्व कल्याण की बात करता है हम हर धर्म, हर जीव के भले की कामना करते हैं। लेकिन हमारी अच्छाईयों का फायदा उठाकर दूसरे धर्म के लोग हमारे खिलाफ षडयंत्र करते है। हमारे युवा वर्ग को यह समझने की आवश्यकता है कि उनके आदर्श कोई गंदे, भद्दे और अश्लील गानों पर नाचने वाले, नशा करने वाले, कुंठित मानसिकता के लोग नहीं होने चाहिए। साथ ही यह चिंता परिवार जनों को भी करना चाहिए। 

उक्त सभी बातें श्री सीतारामाचार्य भागवत गोष्टी न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्री 1008 रामकृष्णाचार्य युवराज स्वामी जी महाराज ने सोमवार को जयस्तंभ चौक पर तिरुपति प्रसादम के विरोध में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने मंच से सभा में बैठे विप्र बंधुओ से आग्रह करते हुए कहा कि आप अपने यजमानो को साफ तौर पर यह कहें कि पूजा के घी के नाम पर बिकने वाला अपवित्र द्रव्य जिसमें चर्बी होने की संभावना रहती है। उसे किसी भी पवित्र कार्य पूजन आदि में उपयोग में ना लाएं। घर में होने वाली पूजा पाठ में सिर्फ और सिर्फ शुद्ध घी जिसे खाया जा सकता है उसका ही उपयोग करें और अगर किसी की किसी यजमान की स्थिति शुद्ध घी खरीदने की नहीं है। ऐसी स्थिति में भगवान को सोयाबीन का तेल, सरसों का तेल आदि से भी दीपक लगाया जा सकता है। परंतु किसी भी सूरत में पूजा के घी के नाम पर बिकने वाला चर्बी युक्त घी भगवान की पूजा में उपयोग नहीं होना चाहिए। 

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों आंध्रप्रदेश के तिरुपति तिरुमाला मंदिर में लड्डू प्रसादम में मिलावट के बाद देश भर में हिंदू संगठनों के विरोध प्रदर्शन की खबरें आ रही है। प्रसादम में चर्बी और मछली तेल की मिलावट से हिंदू भावनाएं आहत हुई है जिसके फलस्वरूप सोमवार को श्री सीतारामाचार्य भागवत गोष्टी न्यास के द्वारा इटारसी में विरोध प्रदर्शन रैली एवं जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू धर्म के महिला पुरुष शामिल हुए। शाम 4:30 बजे श्री द्वारकाधीश बड़ा मंदिर से प्रारंभ हुई विरोध प्रदर्शन रैली बाजार के मुख्य मार्गो से होते हुए, सराफा लाइन से निकलकर जयस्तंभ चौक पर पहुंची। जहां विशाल जनसभा का आयोजन किया गया था। जनसभा को क्षेत्रीय विधायक डॉ सीतासरन शर्मा, मप्र तैराकी संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा, जिला सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष जितेंद्र ओझा, जिले के वरिष्ठ पत्रकार एवं नर्मदा पुरम पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद पगारे, सिख समाज के जसवीर सिंह छाबड़ा, जैन समाज के अरविंद गोईल,  द्वारकाधीश मंदिर समिति के रमेश चांडक ने संबोधित किया। जनसभा के बाद भागवत गोष्ठी के द्वारा एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एसडीएम टी प्रतीक राव को सोपा गया। जिसमें तिरुपति प्रसादम को पवित्र करने वाले दोषियों को फांसी देने की मांग की गई है। साथ ही ऐसी व्यवस्था बनाने का आग्रह भी किया है जिससे कि तिरुपति प्रसादम वाली घटना की पुनरावृत्ति देश के अन्य मंदिरों में ना हो। 


सभा को संबोधित करते हुए सर्व ब्राह्मण समाज के जिला अध्यक्ष जितेंद्र ओझा ने कहा कि हम हिंदू धर्म के वंशज हैं हम बचपन से ऐसे संस्कारों में पाले हैं जिसमें दूसरे धर्म को आदर एवं सम्मान की दृष्टि से देखने की सीख दी जाती है। हम हर जीव के भले की कामना करते हैं लेकिन अगर हमारे धर्म पर बात आती है तो हमें अपनी और अपने धर्म की रक्षा करना आता है। कोई भी इस गलतफहमी में ना रहे कि हिंदू इस तरह की घटनाओं के बाद शांत रहेगा। वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी प्रमोद पगारे ने जनसभा में अपने ओजस्वी संबोधन के दौरान कहा कि मैंने 3 साल पहले इटारसी के एक गैर हिंदू व्यक्ति को पूजा के घी के नाम पर चर्बी युक्त पदार्थ बेचने के मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत सजा दिलवाई थी। परंतु विडंबना यह है कि बनाने वाला तो वह एक गैर हिंदू है परंतु उसे बाजार में बेचने वाले, खरीदने वाले और खरीदने की सलाह देने वाले हमारे हिंदू भाई ही है। शुद्ध घी किसी भी रूप में 600- 700 रुपए से कम नहीं बिक सकता तो फिर लोग और व्यापारी क्यों नकली घी की पहचान नहीं कर पाते। आज तिरुपति प्रसादम का मामला होने होने के बाद इतने विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं लेकिन लेकिन अभी भी शहर में, जिले में प्रदेश में और देश में हर जगह पूजा के घी के नाम पर चर्बी वाला घी बनाया, बेचा, खरीदा और उपयोग किया जा रहा है।  इस इसके खिलाफ पूरे हिंदू समाज को जगाने की जरूरत है अगर हम खरीदेंगे ही नहीं तो दुकानदार बचेगा नहीं और बनाने वाला बनाएगा नहीं। जनसभा को मध्य प्रदेश 13 की संख्या अध्यक्ष पीयूष शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें जागरुक होने की जरूरत है इस तरह की घटनाएं हमारे धर्म पर आघात हैं। और यह तभी होती हैं जब हिंदू निद्रा की अवस्था में रहता है। जनसभा का संचालन वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकांत अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भागवत गोष्ठी के सदस्य, आम नागरिक एवं हिंदू संगठनों के प्रमुख मौजूद रहे।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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