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मालवी बोली में भी अच्छी फिल्में बन सकती है - अभिनेता श्री त्रिपाठी : मंदसौर में कलाकारों के साथ हुआ संवाद


 मालवी बोली में भी अच्छी फिल्में बन सकती है - अभिनेता श्री त्रिपाठी : मंदसौर में कलाकारों के साथ हुआ संवाद

मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर । भाषाई सिनेमा धीरे-धीरे नया दर्शक वर्ग तैयार करने में सफल हो रहा है । सोशल मीडिया के इस दौर में आंचलिक बोलियों भाषाओं पर छोटी-छोटी फिल्में असर कारक सिद्ध हो रही है । यह बात चरित्र फ़िल्म अभिनेता श्री सुभाष त्रिपाठी ने मंदसौर में कलाकारों से एक संवाद के दौरान कही । उन्होंने आगे कहा कि मालवा की बोली में मिठास और उसकी अपनी संस्कृति हर तरह से परिलक्षित होती है परंतु दूसरे आंचलिक बोलियों भाषाओं की तरह मालवा ने अभी तक अपनी सिनेमाई पहचान नहीं बनाई है । इसलिए इस दिशा में भरपूर संभावनाएं स्पष्ट नजर आ रही है । गुजराती कन्नड़ मराठी भोजपुरी तमिल आदि भाषाओं में फिल्मों डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट मूवी बनी हैं और सफ़ल रही हैं । श्री त्रिपाठी ने अपनी सुपुत्री रामायण की कौशल्या फेम आनंदी के बारे में बताया कि आरंभ में गुजराती मूवी में रोल मिला और अब हर भाषा के साथ हिन्दी कन्नड़ फिल्मों में मुख्य रोल प्ले कर रही है , टी वी सीरियल रामायण में कौशल्या के किरदार को सभी क्षेत्रों में सराहना मिल रही है । मंदसौर जैसे छोटे शहर के हमलोग संघर्ष करते हुए मुक़ाम हांसिल कर रहे हैं । 

मंदसौर में पूर्व एक्साइज  अधिकारी रहे श्री त्रिपाठी ने बालीवुड मुंबई में कई फिल्मों में सहायक अभिनेता , चरित्र अभिनेता के किरदार निभाये हैं आज 77 वर्ष की आयु में भी सक्रिय होकर जुटे हैं ।

आपने कहा निरंतर कार्य करना होगा  समर्पण आवश्यक है फ़िल्मी दुनिया ही नहीं सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता अगर कोई सफलता मिल जाती है तो वह स्थायी नहीं रहती ।

आपने कहा कि मंदसौर के कलाकार पिछले कुछ वर्षों से छोटे-छोटे प्रोजेक्ट भी बना रहे हैं । भविष्य में इन्हीं प्रयासों से बड़े प्रोजेक्ट का रास्ता साफ होगा । 

आपने कहा कि मदद को वे उनके भ्राता गीतकार श्री दिलीप त्रिपाठी तैयार हैं ।

उल्लेखनिय  है कि मुंबई से अभिनेता श्री सुभाष त्रिपाठीअपने एक    दिवसीय  दौरे पर मंदसौर के कलाकारों से संवाद करने पहुंचे थे । उनके साथ भ्राता लेखक गीतकार एवं स्टारमेकर सिंगर श्री दिलीप त्रिपाठी भी थे ।

श्री दिलीप त्रिपाठी ने मालवी भाषा में अपनी तैयार फ़िल्म स्क्रिप्ट दस्तावेज मंदसौर के इंजीनियर दिलीप जोशी को सौंपते हुए बताया कि इस डॉक्युमेंट्स में फ़िल्म निर्माण का सारा विवरण तैयार है बस निर्माता अभिनेताओं , मालवा के शूटिंग एरिया गीतकारों की आवश्यकता है और आपने विश्वास जताया कि मंदसौर नीमच रतलाम आदि क्षेत्रों में वातावरण बन रहा है प्रतिभायें भी उभर रही है अपने क्षेत्र मालवी में अच्छी संभावना भी है ।

हेमु कालानी चौराहा स्थित मेडिपॉइंट सभागार में जनपरिषद एवं अन्य संस्थाओं के माध्यम से आयोजित संवाद कार्यक्रम में  फिल्म निर्देशक व लेखक प्रदीप किरण शर्मा, फिल्म डायरेक्टर संजय भारती,  अभिनेता  दिलीप जोशी, विमल गुर्जर, जलील खान पठान जैकी  बादशाह, सिंगर सिमरन बेलानी ,सुनील व्यास, अजीजुल्लाह खान खालिद, अजय डांगी, श्रीमती चंदा डांगी गीतकार नंदकिशोर राठौर, लाल बहादुर श्रीवास्तव, प्रीति कुमावत आदि उपस्थित थे ।

इस मौके पर जनपरिषद , टैलेंट ऑफ मंदसौर एवं मालवा मेवाड़ लघु फ़िल्म उत्सव समिति के माध्यम से अभिनेता सुभाष त्रिपाठी एवं गीतकार दिलीप त्रिपाठी का स्वागतं सम्मान अभिनंदन किया गया ।

पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय और सजग दंपति श्रीमती चंदा अजय डांगी ने अतिथियों को कपड़ों से बनाई थैलियां भेंट की । एक दशक से प्लास्टिक उपयोग नहीं करने की प्रेरणा डांगी दंपति स्वयं के व्यय से निर्मित कपड़े की थैलियों का निःशुल्क वितरण कर रहे हैं  ।

साहित्य संग्रह "यथार्थ " की प्रति डॉ बटवाल ने भेंट की और डिप्लोमा इंजीनियर संगठन की ओर से विश्वेश्वरैया की फ्रेम सम्मान स्वरूप भेंट की ।

 संवाद कार्यक्रम का संचालन व अतिथि परिचय जनपरिषद अध्यक्ष डॉ घनश्याम बटवाल ने किया । अंत में आभार शिक्षाविद अजीजुल्लाह खान ख़ालिद ने माना ।

इस अवसर पर साहित्य , संगीत , अभिनय और गायन से जुड़े कलाकार उपस्थित रहे ।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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