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मुलाकात : उम्र कितनी भी हो मायका और मायके का प्यार तो सदैव बना रहता है


मुलाकात : उम्र कितनी भी हो मायका और मायके का प्यार तो सदैव बना रहता है
 

वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती कमलेश बक्शी से मिले लेखक विपिन पंवार

मुंबई । वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती कमलेश बक्शी जी मूलत: इटारसी से हैं। आपके 12 कहानी संग्रह, 10 उपन्यास, दो यात्रा वृतांत एवं संस्मरण प्रकाशित हो चुके हैं । आपकी कहानियों के अनुवाद मराठी, गुजराती, जर्मन तथा उर्दू में प्रकाशित हो चुके हैं। आपके साहित्य पर अनेक विद्यार्थियों ने एम फिल तथा पी एचडी की उपाधियां प्राप्त की है । साथ ही आपकी कहानियां एवं उपन्यास मुंबई यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम में भी शामिल हैं। आपको प्राप्त पुरस्कारों एवं सम्मानों की सूची बहुत लंबी है। लगभग 90 वर्ष की आयु में भी आप अभी भी अत्यंत सक्रिय है एवं अपने दैनिक कामकाज अपने हाथों से स्वयं करती है। मुंबई की दर्जनों संस्थाओं की आजीवन संस्थापक सदस्य हैं ।आज उनसे भेंट करना अत्यंत सुखद रहा क्योंकि मैं भी इटारसी से हूं अतः इस बात पर मोहर लग गई कि उम्र कितनी भी हो मायका और मायके का प्यार तो सदैव बना रहता है।

- विपिन पंवार,मुंबई

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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