ग्वालियर। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद जरूर हुआ था लेकिन हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। 26 जनवरी 1950 ही वह दिन था जब भारत पूर्ण गणतंत्र बना। इसी वजह से हर साल 26 जनवरी का दिन राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है। पहली बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया गया था। यह वो दिन था जब से हम कहने लगे कि हम भारतवासियों का अपना संविधान व कानून है और हमें ब्रिटिश राज से पूरी तरह आजादी मिल गई है। यह बात जिला योग प्रभारी दिनेश चाकणकर ने जीवाजीराव स्कूल में गणतंत्र दिवस पर अयोजित कार्यक्रम में कही कार्यकम के अध्यक्ष एवं प्रचार्य वीके निगम ने कहा. कि यह संविधान ही है जो भारत के नागरिकों के एक सूत्र में बांधे रखता है इसलिए यह दिन हमारे लिए बेहद खास है। संविधान वह दस्तावेज है जो बताता है कि भारत सरकार कैसे काम करती है और इस देश नागरिकों के क्या अधिकार व कर्तव्य हैं। यह दिन भारत में राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाया है। इससे पूर्वमुख्य अतिथि श्री चाकणकर ने ध्वजारोहण किया तत्पश्चात विधार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई और अंत में पुरस्कार के साथ-साथ मिष्ठान्न वितरण किया गया अवसर पर श्री संतोष वर्मा,श्रीमती रोशनी शर्मा, अंजलि शर्मा, शीला जादौन,प्रीति बोहरे आदि उपस्थित थें।
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