काव्य गोष्ठी एकशाम गणतंत्र के नाम सम्पन्न
जमशेदपुर । वरिष्ठ रचनाकारों की.संस्था *#फुरसत #में के द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर आनलाइन एक काव्य गोष्ठी सह *परिचर्चा आयोजित की गई। मंच संचालन करते.हुए पद्मा मिश्रा ने काव्य संध्या का आरम्भ किया बलिदानो की तप्त धरा पर शोभित है गणतंत्र हमारा,धरा गगन तक गूजर रहा है अमर रहे गणतंत्र हमारा।अगली प्रस्तुति पुणे से वरिष्ठ कवयित्री किरण सिन्हा की थी- तीन रंग से.सजा तिरंगा,तीन रंग की उडी पतंग,तीन रंग की झूमर पहने,धरा नाचती मस्त मलंग*।इस रचना ने सबका ध्यान आकृष्ट किया।कवयित्री रेणुबाला मिश्रा ने अपनी रचना पढी-अमर शहीदों की यादें हम।एक कुछ तो कहती हैं,,बलि चढ़कर प्राणों की जिस आजादी को हासिल किया जिसने सभी सदस्यों को प्रभावित कर जोश से भर दिया। तू तिरंगा देश का शाम है,अभिमान है,हम वतन वाले सभी ,जी जान से कुर्बान हैं..छाया प्रसाद की रचना ने समां बांध दिया।दी तीन रंग से.सजा तिरंगा।वरिष्ठ सदस्य आनंद बाला शर्मा ने गणतंत्र के महत्व और उसके सम्मान की अनिवार्यता पर अपना वक्तव्य दिया। इस अवसर पर सभी सदस्य उपस्थित रहे डा.सरित किशोरी श्रीवास्तव, छाया प्रसाद, मीनाक्षी कर्ण,मनीला कुमारी,वीणा पाण्डेय, अनीता निधि, गीता दुबे आदि ने भाग लिया।पुणे से किरण सिन्हा,मथुरा से इंदिरा पाण्डेय एवं अहमदाबाद से डा उमा सिंह भी जुडीं। धन्यवाद ज्ञापन डा मनीला कुमारी ने किया।