परीक्षा में ध्यान केन्द्रित करने के लिए करें सूर्य नमस्कार:पांडे
शाम के समय भी कर सकते हैं अभ्यास: चाकणकर.
विद्यार्थियों ने ली नशा मुक्ति एवं पर्यावरण संरक्षण की शपथ
ग्वालियर। सूर्य नमस्कार मन शांत करता है और एकाग्रता को बढ़ाता है, हर रोज सूर्य नमस्कार करनेे से बच्चों की सहनशक्ति बढ़ती है ये बात वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर केशव पांडे ने शासकी बालक थाटीपुर उमावि में सूर्य नमस्कार में प्रतिभावान बच्चों को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए कही,इने बच्चों ने आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आईएनओ सूर्या के द्वारा सूर्य मंदिर पर आयोजित सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में भाग लिया था डॉक्टर पांडे ने कहा कि परीक्षा का समय है ज्यादातर बच्चों को यह शिकायत होती है कि वे चाहकर भी परीक्षा में अपने विषय पर ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाते। इसकी सबसे बड़ी वजह है ध्यान केंद्रित कर सकने की क्षमता का अभाव ,और इसके लिए जरूरी है सूर्य नमस्कार.
जिला योगप्रभारी श्री दिनेश चाकणकर ने कहा कि सूर्य नमस्कार के आसन हल्के व्यायाम और योगासनो के बीच की कड़ी की तरह है और खाली पेट कभी भी किए जा सकते हैं। हालाँकि सूर्य नमस्कार के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह मन व शरीर को ऊर्जान्वित कर तरो ताज़ा कर देता है और दिनभर के कामो के लिए तैयार कर देता है। यदि यह दोपहर में किया जाता है तो यह शरीर को तत्काल ऊर्जा से भर देता है, वहीं शाम को मन की एकाग्रता बढाने और तनाव को कम करने में मदद करता है। विशिष्ट अतिथि रमन शिक्षा समिति के अध्यक्ष श्री हरिओम गौतम ने इस अवसर पर बच्चों को नशा मुक्ति और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई क्या इस अवसर पर आरोग्य भारती के प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री श्रीवास्तव तथा वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेंद्र मुदगल भी मंचासीन थे, कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य के पी नायक ने की तथा कार्यक्रम का संचलन विकासखंड योग प्रभारी गोविंद मेहरोत्रा द्वारा किया गया।
प्रेषक :
मुकेश तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार