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प्रथम समाधि स्मृति दिवस पर राष्ट्रसंत आचार्य विद्यासागर महाराज को विनयांजलि समर्पित की


प्रथम समाधि स्मृति दिवस पर राष्ट्रसंत आचार्य विद्यासागर महाराज को विनयांजलि समर्पित की

बहु मण्डल वासुपूज्य जिनालय के तत्वाधान में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित

तालबेहट (ललितपुर) । आज ही दशलक्षण महापर्व में उत्तम सत्य के दिन 1 वर्ष पूर्व जन - जन के आराध्य गुरुवर विद्यासागर महाराज डोंगरगढ़ में समाधिस्थ हुए थे। उनकी प्रथम समाधि स्मृति दिवस पर बहु मण्डल वासुपूज्य जिनालय के तत्वाधान में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये एवं आचार्य श्री को विनयांजलि समर्पित की। सुबह अनिल जैन के नेतृत्व में नित्यमय अभिषेक-शांतिधारा पूजन के बाद महामंडल विधान का आयोजन किया गया। सायं काल की बेला में दीप रैली निकाली गयी, जिसमें कीर्ति स्तंभ पहुँचकर दीप प्रज्वलित कर गुरुवर को विनयांजलि समर्पित की। नगर अध्यक्ष पुनीत सिंह परिहार ने आचार्य श्री की मंगल आरती उतारी। तत्पश्चात यात्रा मंदिर जी में पहुँची जहाँ भक्तामर पाठ के साथ 48 दीपक प्रज्वलित कर गुरुवर की मंगल आरती उतारी। वक्ताओं ने आचार्य श्री के जीवन चरित्र एवं उनके द्वारा बताए गए सत्य-अहिंसा और धर्म मार्ग पर प्रकाश डाला एवं उनके आदर्श पर चलने का आह्वान किया। श्री विद्यासागर श्रमण संस्कृति पाठशाला के बच्चों ने आचार्य श्री के उपकारों के प्रति अपनी भावांजलि प्रस्तुत की। जिसमें अशोक कुमार, पुष्पेंद्र जैन, प्रवीन भंडारी, संतोष कुमार, विजय जैन, चक्रेश कुमार, श्रेयांश जैन, सुशील मोदी, प्रदीप एड़, जितेंद्र जैन, वीरेंद्र कुमार, विनय जैन, कपिल मोदी, हितेंद्र पवैया, अरविन्द कुमार, विकास जैन, पंकज कुमार, स्वतंत्र कुमार, रोहित बबीना, सुरेंद्र कुमार, मनीष जैन, नीलेश, अंजेश, पुनीत, वैभव, सरल, पारस, विनम्र जैन सहित सकल दिगम्बर जैन समाज का सहयोग रहा। संचालन विशाल जैन पवा एवं अजय जैन मोनू ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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