पावागिरि में पंचकल्याणक महामहोत्सव के लिए महापात्रों का चयन 15 दिसंबर को
भगवान चंद्रप्रभ स्वामी एवं पारसनाथ स्वामी का जन्म - तप कल्याणक मनाया जायेगा
बुंदेली संत मुनि सुव्रत सागर महाराज का पावागिरि में शुक्रवार को हुआ मंगल प्रवेश
ललितपुर। बुंदेलखंड के प्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र पावागिरि में शुक्रवार को सायं काल की बेला में आचार्य प्रवर विद्यासागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य बुंदेली संत वात्सल्य मूर्ति मुनि सुव्रत सागर महाराज का मंगल प्रवेश सिद्ध क्षेत्र पावागिरि में हुआ तो क्षेत्र प्रबंध समिति ने अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन के नेतृत्व में भव्य आगुवानी की। शनिवार को त्रिकाल चौबीसी के मूलनायक भगवान मुनिसुव्रतनाथ स्वामी का मस्तिकाभिषेक किया गया। क्षेत्र प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष विशाल जैन पवा ने बताया बुंदेली संत वात्सल्य मूर्ति मुनि सुव्रत सागर महाराज के मंगलमय सानिध्य में 12 से 17 जनवरी 2026 तक होने वाले श्री मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब प्रतिष्ठा एवं पंचकल्याणक महामहोत्सव के आयोजन हेतु मुख्य पात्रों का चयन 15 दिसंबर सोमवार को प्रतिष्ठाचार्य बा. ब्र. संजय भैया मुरैना के निर्देशन में किया जायेगा। कार्यक्रम में सुबह मूलनायक पारसनाथ स्वामी एवं चौबीसी के मूलनायक चंद्रप्रभ भगवान का जन्म-तप कल्याणक मनाया जायेगा एवं दोपहर 1 बजे से पात्र चयन कार्यक्रम होगा। रविवार को सुबह चमत्कारी बाबा मूलनायक पारसनाथ स्वामी का मस्तिकाभिषेक शांतिधारा पूजन विधान एवं मुनि श्री के मंगल प्रवचन का आयोजन किया जायेगा। जिसके लिए अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन, मंत्री जयकुमार जैन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद जैन, उपाध्यक्ष विशाल जैन पवा, संयुक्त मंत्री विकास भंडारी, उपमंत्री आकाश चौधरी, ऑडीटर पंकज भंडारी एवं अजय जैन सहित क्षेत्र प्रबंध कार्यकारिणी समिति एवं निकटवर्ती दिगम्बर जैन समाज तैयारी में जुटी है।
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