इटारसी में IPL क्रिकेट सट्टेबाजी के विरुद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मनीष ठाकुर का अनोखा प्रदर्शन, जयस्तंभ पर 30 मिनिट का किया मौन सत्याग्रह
- दोनों हाथों में तख्ती लेकर किया प्रदर्शन
- शहर में 30 से 35 बुकी हैं, पुलिस प्रशासन बहाना न बनाये कि कैसे पकडेंगे
इटारसी। इटारसी में आईपीएल क्रिकेट सट्टेबाजी और ऑनलाइन सटटेबाजी के विरुद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मनीष सिंह ठाकुर का अनोखा प्रदर्शन जयस्तंभ चौक पर गुरुवार शाम 5 बजे शुरु हुआ। वे यहां दोनों हाथों में तख्ती लिये मौन खडे रहे। जिसे लोगों ने खूब सराहा। उल्लेखनीय है कि इटारसी में क्रिकेट सटटे का नेक्सस है, यही वजह है कि कभी इस पर कोई कार्रवाई पुलिस ने नहीं की है। यह पुलिस का रिकार्ड ही बताता है। प्रदर्शन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता मनीष सिंह ठाकुर का कहना है कि ये प्रदर्शन जागरुकता के लिए है। उनका कहना है कि अभिभावकों को अपने अपने बच्चों के बैंक अकांउट की जानकारी रखनी चाहिए, उनके एकाउंट में कितना पैसा है, कहां खर्च हुआ और समय समय पर मोबाइल भी चेक करते रहें। 30 मिनिट के मौन प्रदर्शन के बाद यहां जयस्तंभ पर नागरिकों को संबोधित करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि पुलिस प्रशासन कहता है ऑनलाइन सटटा
कैसे पकडेंगे। हमारा कहना है पुलिस प्रशासन में काफी क्षमता है, तकनीक उनके पास है। उसका उपयोग करें। शहर में ऑनलाइन सटटा 30 से 35 बुकी है। अभी तो हम परिवार के तौर पर हमनें जागरुकता अभियान चलाया है यदि आईपीएल के पहले सटटे के बुकी पर कडी कार्रवाई नहीं हुई तो हम आंदोलन जारी रखेंगे।
आत्महत्या करने वाले युवकों को दी श्रद्धाजंलि-
जयस्तंभ पर उन युवाओं को श्रद्धाजंलि दी गई जिन्होंने ऑनलाइन क्रिकेट सटटाबाजों से प्रताडित होकर आत्महत्या कर ली। यहां उनके लिए मोमबत्ती जलाई गई।
ऐसे चलता है रैकेट-
जानकारी के मुताबिक जिले में सट्टेबाजों का एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक फैल चुका है। ये सट्टेबाज सभी जगहों पर अपना एक नेटवर्क तैयार कर रखा है। आईपीएल के मैचों में सट्टेबाजी को लेकर आईडी उपलब्ध करवाता है। जिसके लिए मोबाइल, लैपटॉप और एप की जानकारी रखने वाले युवा इस काम को अंजाम दे रहे हैं। लोग इस सट्टेबाजी में फंसकर लाखों रुपये बर्बाद कर रहे हैं। ये सट्टेबाज का गिरोह जिले में काफी सक्रियता से काम कर रहा है। जो बंद कमरे में चोरी छिपे इसे चला रहा है।
आईपीएल में कैसे लगाया जाता है सट्टा-
आईडी बनाने के लिए आईडी लेने वाले का बैंक डिटेल उस मोबाइल से जुड़ा होना चाहिए। उसके बाद पैसा मिलते ही एक आईडी सट्टेबाजों की ओर से जारी की जाती है। जिसमे आईपीएल के मैच शुरू होने के बाद काम करता है। मैच के समय ये सट्टा लगाया जाता है। हर एक गेंद, चौके, छक्के और विकेट के अलावा रन का रेट अलग होता है। पचास रन और सौ बनाने को लेकर भी सट्टा लगाया जाता है। कौन खिलाड़ी कितना रन बनाएगा इसको लेकर भी सट्टा लगता है। उसके बाद आईडी लेने वाले को हार जाने के बाद पैसे देने पड़ते हैं। जीतने के बाद उसके अकाउंट में पैसा चला जाता है।