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काव्य : विरासत - डॉ ब्रजभूषण मिश्र , भोपाल


 काव्य : 

विरासत


सुसंस्कार मिलें जीवन में

ऐसी विरासत चाहिए

सत्य,निष्ठा,मृदु व्यवहार हो

आचरण में, शराफत चाहिए


मठ,मंदिर,भवन, महलों की

है, विरासत देश में

शिक्षा, ज्ञान,श्रम युक्त हमे

तन की, इमारत चाहिए


करुणा भरा मन , रखें ईश

सद्भावना,इंसानियत, धन हैं

प्रेम, प्रति जन से, रखें हम

मनुजधर्म की,विरासत चाहिए


सद्भाव हो ,सम भाव हो, भारत में

 ये अमिट इबारत, हम लिखें,

पीढ़ियां सदियों ये,आदर्श देखें

 है *ब्रज* आकांक्षी, ऐसी विरासत चाहिए


 - डॉ ब्रजभूषण मिश्र , भोपाल

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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