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गुजरा बचपन जिस ऑंगन में, उसे समझते क्यों बेगाना...


 गुजरा बचपन जिस ऑंगन में, उसे समझते क्यों बेगाना... 

      बरेली।उत्तर प्रदेश सचिवालय लखनऊ के नवीन भवन स्थित ऐतिहासिक तिलक हाॅल में सचिवालय की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था- स्कल्पर की तरफ से होली मिलन समारोह का आयोजन उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की मौजूदगी में हुआ। 

 इस अवसर पर कवि सम्मेलन में  सचिवालय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति के संस्थापक एवं संपादक- सचिवालय दर्पण 

डॉ. अखिलेश कुमार श्रीवास्तव  ने बरेली के गीतकार उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट के गीत 'होली पर अपने घर आना, गुजरा बचपन जिस ऑंगन में, उसे समझते क्यों बेगाना.... से विदेश में रहने वाले बच्चों के लौटने की आस लगाए बुजुर्गों का दर्द बयां किया। प्रयागराज के डॉ वीरेंद्र सिंह कुसुमाकर ने ऋतुराज छटा बिखराया है, प्रियतम आज फिर फागुन आया है से वाहवाही पाई इसके साथ ही रायबरेली की डॉ गीता पांडेय अपराजिता, डॉ अम्बरीश कुमार सिंह, डॉ उमेश चंद्र वर्मा ने अपनी रचनाऍं प्रस्तुत कीं।

     कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विशेष सचिव नियुक्ति विनीत प्रकाश, संयुक्त सचिव नमामि गंगे डॉ अम्बरीश कुमार सिंह और डॉ चांदनी बाला को सचिवालय दर्पण निष्ठा सम्मान से विभूषित किया इसके साथ ही विपुल कुमार मिश्रा को सचिवालय दर्पण शब्द शिल्पी सम्मान दिया गया। दर्पण काव्य शिल्पी सम्मान प्रयागराज के गीतकार राजेंद्र कुमार शुक्ल, राजस्व के अनु. अधिकारी लोकेश त्रिपाठी एवं गीता पांडेय (रायबरेली) को दिया गया। 

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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