सिवनी मालवा के राधावल्लभ मंदिर से प्रारंभ होकर देवांश मैरिज गार्डन पहुंचेगी श्याम बाबा की भव्य निशान यात्रा
देश की सुप्रसिद्ध भजन गायिका रजनी राजस्थानी जयपुर से सिवनी मालवा बाबा को रिझाने आएंगी
फाग उत्सव पर निशान यात्रा और श्याम कीर्तन का आयोजन
सिवनी मालवा । फाग उत्सव के उपलक्ष्य में श्याम बाबा के भव्य कीर्तन का आयोजन 4मार्च दिन मंगलवार को सिवनी मालवा बानापुरा में किया जाएगा ।मंगलवार को सुबह 11:30 बजे भव्य निशान यात्रा राधावल्लभ मंदिर से प्रारम्भ होगी जिसमें जिसमें जगह जगह श्याम प्रेमियों द्वारा स्वागत का कार्यक्रम रखा गया है । यात्रा को मनमोहक बनाने के लिए सबसे पहले घोड़े, बैंड, 11 निशान उठाने वाले श्याम भगत, भजन गाड़ी , पुरुष वर्ग , ढोल , मोर नृत्य , महिलाएं और श्याम बाबा का रथ रहेगा । यात्रा में श्याम प्रेमी निशान उठाकर नाचते गाते हुए सिवनी मालवा से बानापुरा पहुंचेंगे , लगभग 4 बजे तक यात्रा देवांश मैरिज गार्डन पहुंच जाएगी जहां पर बाबा की प्रसादी वितरण कार्यक्रम आयोजित होगा । जिसके बाद रात्रि 7 बजे से श्याम बाबा की पूजन अर्चन प्रारंभ होगी जिसके बाद भव्य कीर्तन का आयोजन रात्रि 8 बजे से प्रारंभ होगा ।जिसमें देश की सुप्रसिद्ध भजन गायिका रजनी राजस्थानी श्याम बाबा को रिझाने जयपुर से सिवनी मालवा आएंगी , साथ ही इंदौर से सुप्रसिद्ध भजन गायक सावन नागदा और सिवनी मालवा से सुप्रसिद्ध भजन गायक और श्याम प्रेमी बलराम रघुवंशी बाबा को रिझाने पहुंचेंगे । रजनी राजस्थानी श्याम जगत के क्षेत्र में देश का बड़ा नाम है जिनके द्वारा वैसे तो अनेकों भजन गाए गए है परंतु उसमें से एक भजन " पाछा जाता सांवरा, म्हारो जी दुख पावे रे, मुड़ मुड़ के देखूं रे, मुड़ मुड़ के देखूं रे, दिलदार साँवरा, " सबसे प्रसिद्ध भजन है जो समूचे देश में बड़े भाव से गाया जाता है । जो लोकप्रिय भजन है ।
क्यों मनाया जाता है श्याम बाबा का फाग उत्सव
फाग शब्द फागुन शब्द का पर्याय है फागुन की शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी का विशेष महत्व है । हजारों साल पहले इसी दिन वीर बर्बरीक भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में देकर बाबा श्याम बन गया था । श्री कृष्ण द्वारा इसी दिन श्याम बाबा को वरदान दिया गया था कि कलयुग में आपको हर घर में पूजा जाएगा ।आपके दरबार में जो आयेगा वो कभी खाली हाथ नहीं जाएगा इसलिए उनको हारे का सहारा भी बोला जाता है राजस्थान के सीकर जिले में खाटू नामक शहर में श्याम बाबा का मंदिर है जहां लाखों लोग ग्यारस पर मत्था टेकने पहुंचते है ।
इसलिए फागुन के महीने में श्याम बाबा के कीर्तन भजन के आयोजन समूचे देश में किए जाते है ।
.jpg)
