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होली मिलन समारोह में कवियों ने बिखेरे सृजन के रंग


 होली मिलन समारोह में कवियों ने बिखेरे सृजन के रंग

रांची । झारखंड हिंदी साहित्य संस्कृति मंच, राँची के तत्वाधान में रविवार को लालपुर अवस्थित होटल सिटी के सभागार में आयोजित वसंतोत्सव, होली मिलन समारोह एवं काव्यगोष्ठी सोल्लास संपन्न हुआ। श्री राजीव रंजन सिंह, पूर्व उप पुलिस महानिरीक्षक मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर को विभूषित किया। समारोह की अध्यक्षता मंच के उपाध्यक्ष श्री निरंजन प्रसाद श्रीवास्तव ने की। समारोह का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन एवं सुनीता कुमारी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती-वंदना से हुआ। मंच के सचिव बिनोद सिंह गहरवार ने मुख्य अतिथि एवं सभागार में उपस्थित सभी साहित्यकारों और रचनाकारों का स्वागत किया। इस अवसर पर आयोजित काव्य गोष्ठी में कुमार बृजेन्द्र, सुरिन्दर कौर 'नीलम', रेणु झा 'रेणुका', ममता मनीष सिन्हा, पूनम वर्मा, कामेश्वर सिंह 'कामेश', असीत कुमार, रीना गुप्ता, सुनीता कुमारी, अंशिता सिन्हा, मधुमिता सिन्हा, विभा वर्मा, संगीता वर्मा, प्रतिभा मिश्र, अनुपम श्री, सीमा कुमार, राज रामगढी, खुशबू बरनवाल, सुनीता अग्रवाल, नरेश बांका, निराला पाठक, विजय कुमार सिन्हा, विनोद सिंह गहरवार,  कृष्णा विश्वकर्मा द्वारा प्रस्तुत कविताओं, होली-गीतों, मुक्तक, गजलों, फाग और जोगीरा के बोल से तीन घण्टे तक सभागार अनुगुंजित होता रहा। समारोह के अंत में समारोह के अध्यक्ष निरंजन प्रसाद श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी की रचनाओं की सराहना की तथा वसंतोत्सव और होली के महत्त्व पर बोलते हुए कहा कि होली का सन्देश है कि जीवन एकरँगा और ऊबाउ नहीं है। इसलिए भीतर का उत्सव भाव कभी मरना नहीं चाहिए। उन्होंने होली पर एक कविता भी पढ़ी। उन्होंने सभी रचनाकारों की सराहना करते हुये होली की शुभकामनाएँ दीं और समारोह के संयोजन में सहयोग एवं मार्गदर्शन के लिए मंच के संरक्षक श्री विनय सरावगी तथा होटल सिटी पैलेस के मालिक श्री विजय राजगढ़िया के प्रति व्यक्त किया। मंच अध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद निरंकुश ने कार्यक्रम की सफलता के लिए बंगलुरू से अपनी शुभकामना भेजी। मंच सचिव श्री बिनोद सिंह 'गहरवार' मंच-संचालन अद्भुत रहा। धन्यवाद ज्ञापन मंच कोषाध्यक्ष श्री विश्वकर्मा बादल द्वारा किया गया। समारोह के अंत में भव्य सहभोज हुआ।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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