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काव्य :सरकार सुनो - डॉ ब्रजभूषण मिश्र भोपाल


काव्य :
सरकार सुनो

सरकार सुनो ,सरकार सुनो

सोचो ,शान्त चित्त होकर
कितने मासूमों को खोया तुमने
कितने युद्ध लड़े तुमने और 
कितने जन धन और,खोना है
क्या युद्ध ही मात्र विकल्प बचा
शत्रु कहां, व कौन कौन है 
सोचो समझो व विचार करो
तब ही तुम कोई प्रहार करो 

सरकार सुनो ,सरकार सुनो

भावना, बहुत हानि करती
बुद्धि, भ्रमित कर जाती है
युद्ध, समाधान कम ही देते
जन,धन,संसाधन क्षय होते
संतुष्टि, कहां मिल पाती है
दुर्बल,शत्रु को कर सकते 
किन विधियों से, विचार करो
तब ही तुम कोई प्रहार करो

सरकार सुनो,सरकार सुनो 

- डॉ ब्रजभूषण मिश्र भोपाल
देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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