सुनीता मलिक सोलंकी की दो *संक्रांत की खिचड़ी* और *बाद उसके* पुस्तक का विमोचन हुआ
मुजफ्फरनगर । वाणी साहित्य संस्था की एक गोष्ठी वरिष्ठ साहित्यकार सुनीता मलिक सोलंकी के निवास पर सम्पन्न हुई । सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया ।
सुनीता मलिक सोलंकी की दो *संक्रांत की खिचड़ी* और *बाद उसके* का विमोचन किया गया । *संकरता की खिचडी* जिसमें भारतीय संस्कृति रीतिरिवाज त्योहारों की कविता के विषय में वरिष्ठ साहित्यकार वाणी के अध्यक्ष बृजवेश्वर सिंह त्यागी ने कहा कि सुनीता जी ने अपनी पुस्तक के माध्यम से भारतीय संस्कृति त्योहारों के विषय में जो लिखा है वो आने वाले भविष्य के कवियों के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेगी।
और मुख्य वक्त साहित्यकार योगेंद्र सोम जी ने दूसरी पुस्तक *बाद उसके* जो एक गजल संग्रह है की विवेचना कर कहा के *बाद उसके* पुस्तक में सुनीता जी ने अपनी गजलों में सामाजिक, पारिवारिक राजनीतिक मुद्दों को गजलों से प्रस्तुत किया जो सुनीता जी साहित्यिक सोच दर्शाता है।
सभी कवियों ने सुनीता मलिक जी के लेखन की सराहना की ।
वाणी संस्था की पुस्तक *उदिता* पुस्तक पर कवियों ने विवेचना की ।
उदिता पुस्तक का संपादन मनु स्वामी के द्वारा हुआ । वाणी के सभी पदाधिकारियों सदस्यीय की रचनाओं के साथ साथ मुजफ्फरनगर कई पुराने लेखकों के साथ देश के कई प्रसिद्ध पुराने साहित्यकारों की रचनाओं कहानियों को भी उदिता पुस्तक में स्थान दिया ।
गोष्ठी में सुशीला शर्मा , सुनील शर्मा रामकुमार रागी, कमला शर्मा , सुशील साथी , सुमन प्रभा, वीना गर्ग , के डी कौशिक ,ब्रजराज बालियान, सविता वर्मा गजल, कुलश्रेष्ठ सपना अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।