पहलगाम में हुई आतंकी घटना पर वामा साहित्य मंच ने की ऑनलाइन गोष्ठी
आतंकवाद का समूल सफाया किया जाए : वामा साहित्य मंच
इंदौर । पहलगाम में हुए नृशंस हत्याकांड से सम्पूर्ण देश स्तब्ध है. वामा साहित्य मंच ने ऑनलाइन गोष्ठी के माध्यम से राष्ट्र और समाज के प्रति नैतिक जिम्मेदारी निभाते हुए संवेदना व्यक्त की. सदस्यों ने एकजुट होकर देश के हालात पर दुख,आक्रोश व चिंता व्यक्त की. अध्यक्ष ज्योति जैन और सचिव स्मृति आदित्य के संदेश के बाद डॉ.प्रतिभा जैन, वैजयंती दाते,डॉ.शोभा प्रजापति, डॉ. स्नेहलता श्रीवास्तव, चेतना भाटी, अमर चढ्ढा, चंद्रकला जैन, वाणी जोशी, डॉ. दीपा मनीष व्यास,अनुपमा गुप्ता, उषा गुप्ता, रुपाली पाटनी, आशा मुंशी, अवंति श्रीवास्तव, कविता अर्गल, सरला मेहता, वंदना पुणताम्बेकर,सुशीला डांगी, प्रीति दुबे ने प्रतिभागिता की और अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. तकनीकी पक्ष का दायित्व सहसचिव डॉ.अंजना चक्रपाणि मिश्र ने निभाया. अंत में दो मिनट का मौन रखकर सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
अध्यक्ष ज्योति जैन ने कहा कि पहलगाम में हुए नीच व कायराना कृत्य की जितनी भर्त्सना की जाए कम है.हम साहित्यकार भले ही शब्दों के साधक हैं, लेकिन अब वक्त आ गया है कि सिर्फ शब्दों से काम नहीं होगा. शस्त्र उठाने होंगे और शत्रु का नाश करना होगा और यही सही वक्त है कि आतंकवाद का समूल सफाया किया जाए.
सचिव स्मृति आदित्य ने कहा कि यह अत्यंत शर्मनाक, खौफनाक और दर्दनाक है. हम सभी निशब्द और स्तब्ध हैं.लेकिन मन में आक्रोश भी है. यह समय देश के साथ खड़े होने का है.
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