श्री राम राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था, अयोध्याधाम का आयोजन रहा ऐतिहासिक : 100 से अधिक कवियों की भागीदारी रही
पिलखुवा,अयोध्याधाम, उत्तर प्रदेश।"जय जवान, जय किसान" के अमर उद्घोष को आत्मा में समेटे हुए श्री राम राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था,अयोध्याधाम द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मुक्तक लेखन प्रतियोगिता ने साहित्यिक जगत में नई ऊर्जा का संचार किया। इस प्रतियोगिता का विषय था –"किसान", और इस भावभूमि पर देशभर से 100 से अधिक रचनाकारों ने अपनी कलम से किसान के जीवन, संघर्ष और योगदान को स्वर दिए।
इस भव्य आयोजन का संचालन कवयित्री अनीता नायक द्वारा प्रभावी ढंग से किया गया।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष, वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार श्री अशोक गोयल जी ने इस अवसर पर कहा –
"किसान केवल अन्नदाता नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। ऐसी प्रतियोगिताएं नई पीढ़ी को जागरूक बनाती हैं और कलम के माध्यम से किसानों को सम्मान देने का कार्य करती हैं।"
निर्णायकों द्वारा चयनित विजेता रचनाकार –प्रथम पुरस्कार:डॉ. बी. एल. सैनी (राजस्थान)"हल से लिखता धरतीपरवहस्वर्णिमइतिहास..."द्वितीय पुरस्कार:अशोक तिवारी (गुजरात)
"अन्नदाता है वो, सिर्फ हलधर नहीं..."
तृतीयपुरस्कार:अर्चनाद्विवेदी'गुदालू' (मध्यप्रदेश)"धरती माता के सपूत हैं भोले सरल सुजान..."विशेष उल्लेखनीय 10 प्रतिभागी (बिना क्रम):डॉ. कमला माहेश्वरी 'कमल' (उत्तर प्रदेश),डॉ. भेरूसिंह चौहान 'तरंग' (मध्य प्रदेश),नागेन्द्र त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश),मालिनी त्रिवेदी पाठक (गुजरात),डॉ. किंजल ईलेश मेहता (महाराष्ट्र),रीनू चौधरी 'देशवाल' (उत्तर प्रदेश),उमाकांत भरद्वाज 'लक्ष्य' (मध्य प्रदेश),सुधीर कुमार पंडा (छत्तीसगढ़),डॉ. सरिता वैष्णव(राजस्थान),सविता मेहरोत्रा 'सुगंधा' (उत्तर प्रदेश)
संस्था ने सभी रचनाकारों को साधुवाद अर्पित करते हुए कहा कि इस प्रकार की साहित्यिक पहलें समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण और जनचेतना का संचार करती हैं। अंत में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ कवि अशोक गोयल ने प्रतियोगिता में शामिल होने वाले सभी रचनाकारों का आभार प्रकट किया