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हॉकी खिलाडिय़ों ने गोल पोस्ट पर लगाया विजय शाह का चित्र, चेहरे पर हिट लगाये


 हॉकी खिलाडिय़ों ने गोल पोस्ट पर लगाया विजय शाह का चित्र, चेहरे पर हिट लगाये

इटारसी। शहर के हॉकी खिलाडिय़ों ने आज शाम यहां गांधी मैदान पर कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ अर्नगल टिप्पणी करने वाले मध्यप्रदेश शासन के मंत्री विजय शाह पर अनूठे अंदाज में गुस्सा निकालकर विरोध जताया। हॉकी खिलाडिय़ों ने गोल पोस्ट पर उनके पोस्टर चिपकाए और चेहरे पर हिट बॉल हिट की। लड़कियों ने स्कूप के माध्यम से विजय शाह के चेहरे पर बॉल हिट की।
प्रतियोगिता से रोचक बनाया
सीनियर खिलाडिय़ों ने इसे और रोचक बनाने के लिए खिलाडिय़ों के मध्य एक प्रतियोगिता भी आयोजित की थी। इसमें प्रत्येक खिलाडिय़ों को तीन-तीन बॉल दी गई थी। जो पोस्टर पर बने विजय शाल के चेहरे को एक बार हिट करेगा, उसे दो केले डाइट में, जो दो हिट करेगा उसे पांच तथा जिसने तीन हिट किये उसे काजू और बादाम का पैकेट बतौर पुरस्कार दिया गया।
सभी धर्म के हैं प्लेयर्स
शहर के हॉकी स्टेडियम में आज करीब एक सैंकड़ा जूनियर और सीनियर हॉकी खिलाड़ी एकत्र हुए थे। कर्नल सोफिया कुरैशी पर मंत्री विजय शाह की टिप्पणी से सभी आहत थे। हमेशा खेल भावना का प्रदर्शन करने वाले हॉकी खिलाडिय़ों में कभी धर्म की दीवार आड़े नहीं आयी, बल्कि गांधी मैदान पर लगभग सारा भारत रहता है। यहां हिन्दू-मुस्लिम, सिख और ईसाई प्लेयर्स हैं। और यह लगभग समान संख्या में हैं। इटारसी को हॉकी की नर्सरी कहा जाता है। यहां सभी एकदूसरे का सम्मान करते हैं, ऐसे खिलाडिय़ों को कर्नल सोफिया कुरैशी पर मंत्री की टिप्पणी बेहद बुरी लगी और उन्होंने कहा कि ऐसे तो मंत्री को हिट नहीं कर सकते, उनके पोस्टर को हिट करके तो अपना विरोध प्रदर्शन कर ही सकते हैं।
ज्यादातर ने भेदा लक्ष्य
अक्सर प्रतियोगिताओं में गोल पोस्ट ही खिलाडिय़ों का अंतिम लक्ष्य होता है, लेकिन आज गोल पोस्ट के भीतर लगे विजय शाह के पोस्टर उनका लक्ष्य थे। ज्यादातर खिलाडिय़ों ने उनके पोस्टर पर हिट किये। स्कूप के जरिए भी नेट पर लगे पोस्टर को हिट किया। इन खिलाडिय़ों को हॉकी प्रेमी, सीनियर सिटीजन अखिल दुबे और अल्वर्ट खान के हाथों पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा सभी खिलाडिय़ों को डाइट में केले भी प्रदान किये गये।

ये बोले सीनियर
प्रदेश के मंत्री के तौर पर इस तरह की बयानबाजी कतई शोभा नहीं देती। किसी भी नेता को देश की वीरांगनाओं, सेना पर इस तरह की अभद्र टिप्पणी करने का अधिकार नहीं। इस तरह की घटनाओं की निंदा और विरोध किया ही जाना चाहिए। हमने अपने इस अनूठे प्रदर्शन में यही दर्शाने का प्रयास किया है।
कन्हैया गुरयानी, सीनियर खिलाड़ी
महिलाएं सम्माननीय होती हैं, फिर सैनिक महिला के खिलाफ ऐसे अभद्र टिप्पणी एक ऐसे नेता को जो चार दशक से जनता का प्रतिनिधित्व कर रहा हो, शोभा नहीं देता। इस उम्र में आकर धैर्य और ठहराव आना चाहिए, भावातिरेक से परे रहना चाहिए। कम से कम सम्मान नहीं दे सकते तो चुप ही रहें, ऐसे नेता।
अल्वर्ट खान, सीनियर प्लेयर और पूर्व सैनिक
देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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