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समाज में बढ़ रहे अलग तरह के अपराध पर वेबीनार का आयोजन हुआ


 

समाज में बढ़ रहे अलग तरह के अपराध पर वेबीनार का आयोजन हुआ

 वाराणसी।  हाल के दिनों में नव विवाहिता द्वारा नियोजित ढंग से पति की हत्या कराना या प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार कर ड्रम में जमा देना जैसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए *घटती सामाजिकता, बढ़ता अपराध: कारण एवं निवारण* विषेयक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन पहल संस्था, वाराणसी द्वारा आयोजित किया गया। जिसे मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्रीमती मीना चौबे पूर्व सदस्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं को अपनी भूमिका के बारे में विचार करना चाहिए क्योंकि महिला किसी भी परिवार एवं समाज की धूरी होती है उसके व्यवहार का सर्वाधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। हमें समाज में कुटुंब की भावना की हो रही कमी को दूर करने की आवश्यकता है तभी सामाजिकता बढ़ेगी और अपराध घटेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वतंत्रता देने की आवश्यकता है स्वच्छंदता नहीं।

वेबीनार की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ अजय तिवारी ने कहा कि बच्चों के परवरिश पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है तथा संयुक्त परिवार के माध्यम से सामाजिकता को बढ़ाया जा सकता है तथा अपराध की दर में कमी लाया जा सकता है।

वेबीनार के विशिष्ट अतिथि डॉ वेद प्रकाश रावत एसोसिएट प्रोफेसर मनोविज्ञान विभाग, वसंता कॉलेज फॉर वूमेन, वाराणसी ने कहा कि परिवार में गुणवत्तापूर्ण संवाद घटने से लोगों में एकांकीपन बढ़ रहा है जिससे अपराध की प्रवृत्ति में वृद्धि होता है। परिवार एवं समाज में सामूहिक गतिविधियों को बढ़ाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। हमें बेटियों को बेटा बनाने की आवश्यकता नहीं है।

वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार तिवारी संयोजक वेबीनार ने अपने संबोधन में कहा कि घटती सामाजिकता के पीछे व्यक्तिवादी सोच, एकांकी परिवार, समाज में विघटन, आध्यात्मिकता में कमी जैसे कारण हैं समाज में बढ़ती अपराध को बहुआयामी प्रयासों से कम किया जा सकता है। समाज के हर स्तर पर प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।

डाँ मुकेश कुमार श्रीवास्तव प्रधानाचार्य जी एच एस मुसाखांड ने कहा कि आज भगवान श्री राम के मूल्य और आदर्श को आत्मसात करने की आवश्यकता है। यही से निष्ठा, त्याग, प्रेम, समर्पण और भाईचारा के आदर्शो की प्राप्ति होती है।

वेबीनार में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, सामाजिक कार्यकर्ता, मनोवैज्ञानिक, शिक्षक व गणमान्य व्यक्ति शामिल रहें। लोगों ने प्रश्न पूछकर अपने जिज्ञासा शांत किया तथा अनेक लोगों ने उपर्युक्त विषय पर अपने सुझाव प्रदान किया। वेबीनार के आयोजन में प्रिंस कुमार मिश्रा, प्रवेश कुमार, गौरव पांडेय, शिवम व विशेष तिवारी का विशेष योगदान रहा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज तिवारी ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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