प्रभात साहित्य परिषद,भोपाल की भारत/भारती विषय पर काव्य गोष्ठी संपन्न
भोपाल/ राजधानी की चर्चित संस्था प्रभात साहित्य परिषद द्वारा भारत/भारती विषय पर काव्य गोष्ठी का आयोजन हिन्दी भवन के नरेश मेहता कक्ष में श्री महेश प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में एवं वरिष्ठ गीतकार श्री राजेन्द्र शर्मा "अक्षर " के मुख्य आतिथ्य में तथा डॉ. प्रतिभा द्विवेदी के विशेष आतिथ्य में एवं श्री कमल सिंह कमल के संचालन में किया गया.
इस अवसर पर पिछली काव्य गोष्ठी की सर्वश्रेष्ठ चुनी गई रचना के लिये श्रीमती अदिति पारवानी को सरस्वती प्रभा सम्मान से अलंकृत किया गया. तदुपरांत डॉ. प्रतिभा द्विवेदी सरस्वती वंदना का वाचन किया गोष्ठी के आरंभ में डॉ. नीता खरे ने पढ़ा उन्मुक्त गगन भारती मेरा, स्वाधीन देश भारती मेरा जय भारती वहीं हरिओम सोनी ने पढ़ा ये मेरा भारत मेरा वतन है हर बाशिंदा करता नमन है. वहीँ संजय सोनटक्के ने पढ़ा मुझमें तुममें हम में सब में साझा एक विरासत है, धर्म अलग है भेष अलग है पर दिल में बसता भारत है. वहीँ अशोक धमेंनिया ने पढ़ा हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान में मंत्र जगाया करता हूँ. भारत माता के वंदन निज शीश झुकाया करता हूँ. वहीँ महेंद्र बाथम ने पढ़ा कहती है भारत माता कि वंदे मात्रम गाओ ना. करके तुम अपमान गीत का मेरा सम्मान घटाओ ना. वहीं रमेश नन्द ने पढ़ा सबको पड़ी है अपनी-अपनी इज्जत और सम्मान की, किसने जानी किसने समझी पीड़ा हिन्दुस्तान की. वहीँ मदन तन्हाई ने पढ़ा भारत का सरताज तिरंगा. पंछी की परवाज तिरंगा. वहीँ कमल सिंह कमल ने पढ़ा वीर सिपाही सदा तू अपना सच्चा फर्ज निभाना. अपने भारत अपनी धरती को तू भूल न जाना. अशोक निर्मल, उमेश तिवारी आरोही, सुरेश नारायण शर्मा, मोती सागर, उमेश गर्ग, कृष्ण देव चतुर्वेदी, वी. के. श्रीवास्तव,प्रदीप कश्यप, हीरालाल पारस, विद्या श्रीवास्तव,डॉ. अनीता तिवारी, नंदनी पटेल, आदि ने भाग लिया.
अंत में अशोक निर्मल ने सभी का औपचारिक आभार व्यक्त किया.