तीन साहित्यकारों को मिला सम्मान
रांची । झारखंड हिंदी साहित्य साहित्य संस्कृति मंच के तत्वावधान में स्थापना दिवस, तुलसी जयंती सह सम्मान समारोह वाईबीएन यूनिवर्सिटी के सभागार में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम दो सत्रों में हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दीप प्रज्जवलन और रिंकू बनर्जी के सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।
मंच के सचिव विनोद सिंह गहरवार ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति आचार्य (डॉ) धर्मेन्द्र मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथि वाईवीएन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ सत्यदेव पोद्दार एवं वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व आचार्य (हिंदी विभाग) डॉ नंद जी दुबे थे। वाईवीएन के चेयरमैन रामजी यादव विशेष अतिथि एवं रांची विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ जंग बहादुर पांडे मुख्य वक्ता थे। वक्ताओं के महाकवि तुलसीदास के कृतित्व एवं उनके महाकाव्य रामचरितमानस पर व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर शहर के तीन साहित्यकारों को हिंदी साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। हिमकर श्याम एवं अनिता रश्मि को 'साहित्य संस्कृति सम्मान' से सम्मानित किया गया। अहिंदी भाषी डॉ सुरिन्दर कौर नीलम को 'हनुमान सरावगी हिंदी साहित्य सम्मान' से अलंकृत किया गया। सम्मानित साहित्यकारों को सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, शॉल और पौधा प्रदान किया गया। मंच के संरक्षक विनय सरावगी ने बताया कि उनके पिता के नाम पर यह सम्मान प्रत्येक वर्ष मंच से जुड़े अहिंदी साहित्यकार को दिया जाएगा। डॉ माया प्रसाद एवं रामजी यादव ने सम्मानित सदस्यों को बधाई दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता निरंजन प्रसाद श्रीवास्तव की। उन्होंने मंच के इतिहास, उद्देश्यों और उपलब्धियों की चर्चा की।
प्रथम सत्र का संचालन मुक्ति शाहदेव ने किया। मौके पर शब्दकार की रश्मि शर्मा, साहित्योदय की रजनी शर्मा 'चंदा', साहित्य कुंज की मनीषा सहाय 'सुमन' एवं काव्या के कुमार बृजेन्द्र का अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। साथ ही रिंकू बनर्जी, मुक्ति शाहदेव, ममता मनीष सिन्हा और सुनीता कुमारी को अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिह्न प्रदान गया। धन्यवाद ज्ञापन संयुक्त सचिव बैजनाथ मिश्र ने किया। भोजनोपरांत दूसरा सत्र आरम्भ हुआ।
दूसरे सत्र में कार्यक्रम संयोजिका ममता मनीष सिन्हा के संचालन में काव्य-गोष्ठी हुई। कुमार बृजेन्द्र, डॉ सुरिन्दर कौर नीलम, कामेश्वर सिंह कामेश, आसित कुमार, डॉ एनके पाठक निराला, राज रामगढ़ी, रीना गुप्ता, संध्या चौधरी, बिम्मी प्रसाद, सुनीता श्रीवास्तव 'जागृति', संजय सरस्, ऋतुराज वर्षा, विनोद सिंह गहरवार, बैद्यनाथ मिश्र, श्रीकृष्णा विश्वकर्मा बादल एवं ममता मनीष सिन्हा आदि प्रमुख हैं। समारोह के दूसरे सत्र में आयोजित काव्यगोष्ठी की अध्यक्षता भी मंच के उपाध्यक्ष निरंजन प्रसाद श्रीवास्तव ने की। काव्य गोष्ठी का समापन उनके काव्य पाठ और मंच के कोषाध्यक्ष श्रीकृष्णा विश्वकर्मा बादल के धन्यवाद के साथ हुआ।