मध्य प्रदेश विद्युत मंडल विद्युत कर्मचारियों की जवाब देही तय करने के लिए आपदा नंबर जारी करें - उपभोक्ता संरक्षण मंच
इटारसी । उपभोक्ता मंडल संरक्षण मंच इटारसी के संयोजक राजकुमार दुबे के आवास पर लगे शमी वृक्ष की भारी भरकम डाल विगत 25 जुलाई की आंधी में टूटकर मध्य प्रदेश विद्युत मंडल की मुख्य विधुत लाइन पर गिर गई थी , जो आज 23 दिवस बीत जाने के उपरांत, विधुत आपूर्ति की मुख्य लाइन पर लटक कर जनहानि की घटना को आमंत्रण दे रही है लेकिन मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के कारिंदे टूटी डाल को हटाने के बजाय इसकी जवाब देही एक दूसरे पर डालकर पल्ला झाड़ रहे हैं ,शायद दुर्घटना होने पर इनकी कुंभकर्णी नींद खुले ।
उपभोक्ता संरक्षण मंच इटारसी विद्युत मंडल की इस गैर जवाब देही वाली कार्य प्रणाली पर रोष व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के संभागीय उप प्रबंधक इटारसी से अनुरोध करता है कि वे विधुत ट्रांसफर सुधारने एवं घर की गुल बिजली सुधारने की भांति आपदा से निपटने के लिए भी नंबर जारी करें ताकि तत्काल कार्यवाही हो एवं आमजन को विद्युत तारों के से होने वाली दुर्घटनाओं एवं जनहानि से बचाया जा सके ।
मंच संयोजक राजकुमार दुबे का कहना है कि 1 अगस्त को विद्युत मंडल के सहायक यंत्री नगर शाखा कनौजिया को मुख्य विद्युत लाइन पर गिरी वृक्ष की डाल का चित्र व्हाट्सएप पर शेयर कर स्थिति की गंभीरता को बतलाया था और उनसे इसको तत्काल हटवाने की बात कही थी लेकिन उन्होंने कहा था कि यह कार्य हमारी नगर शाखा के मरम्मत विभाग का नही है आप 1912 नंबर पर फोन करो वे इस कार्य को करेंगे।
1912 पर फोन करने पर जवाब मिला कि हम घर की गुल हुई बत्ती सुधारते हैं हमारा काम टूटी डाल हटाने का नहीं है यह काम नगर शाखा के मरम्मत विभाग का है आप उन्हें फोन करो।
मंच अध्यक्ष गोविंद प्रसाद दीक्षित जी का प्रकरण पर कहना है कि मध्य प्रदेश विद्युत मंडल नगर शाखा का मरम्मत विभाग हर वर्ष मानसून आने से पहले विद्युत तारों पर आने वाली पेड़ों की डालों को चिन्हित कर विधुत आपूर्ति रोक कर उनकी कटाई छंटाई करता है।
नगर शाखा के मरम्मत विभाग की लापरवाही के चलते यह स्थिति निर्मित हुई है और वही विभाग समस्या का समाधान करने के बजाय अन्य पर जवाब देही डाल रहा है।
दुबे का कहना है कि संभागीय उप प्रबंधक विद्युत मंडल इटारसी को इस प्रकरण को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करना चाहिए एवं आपदा वाली स्थिति के लिए एक विशेष नंबर जारी करना चाहिए ताकि प्रकरण 23 दिनों तक लटका रहने के बजाय तत्काल हल हो सके।
मांगकर्ता मंच के सदस्य गण बृजमोहन सिंग सोलंकी ,राजेश व्यास, रूपेंद्र सोलंकी ,मनोज गुलबाके, राजेश दुबे , सुनील दुबे,अखिलेश दुबे ,आरसी यादव, लीलाधर नामदेव, संदीप सोनकर ,आशुतोष दुबे , नीलेश जैन, घनश्याम शर्मा आदि।