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दशलक्षण व्रतों के छटवें दिन मनाया सुगंध दशमी महापर्व


दशलक्षण व्रतों के छटवें दिन मनाया सुगंध दशमी महापर्व

बिना संयम के मनुष्य पशु के समान - पं. संतोष कुमार

जीवन की वास्तविकता को जाने बिना संयम को धारण नहीं कर सकते - सजल भैया

ललितपुर। सिद्ध क्षेत्र पावागिरि सहित तालबेहट के दोनों जैन मंदिरों में आध्यात्मिक महापर्व दशलक्षण व्रतों के छटवें दिन मंगलवार को सुबह धर्माबिलंबियों ने मंदिर पहुँचकर अभिषेक शांतिधारा पूजन विधान की क्रियाओं में बढ़चढ़ कर भाग लिया एवं उत्तम संयम धर्म को धारण कर मोक्ष मार्ग प्रशस्त किया।दोपहर में सुगंध दशमी महापर्व मनाया जिसमें महिलाओं ने धूप खेयी एवं एक दूसरे को सुहाग सामग्री वितरित की। सायं कालीन बेला में संगीतमय आरती की गयी। धर्मसभा से पूर्व श्रेष्ठीजनों ने आचार्य विद्यासागर महाराज का चित्र अनावरण कर ज्ञान दीप प्रज्जवलित किया। मंगलाचरण में छोटे-छोटे बच्चों ने सुन्दर नृत्यमय प्रस्तुति दी। पारसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पं. संतोष कुमार जैन अमृत ने कहा बिना संयम के मनुष्य पशु के समान है। मानव जीवन श्रेष्ठ है क्योंकि इसमें संयम को धारण कर मोक्ष मार्ग प्रशस्त करते हैं। वासुपूज्य दिगम्बर जैन मंदिर में सांगानेर के सजल भैया भगवां ने कहा जीवन की वास्तविकता को जाने बिना संयम को धारण नहीं कर सकते। लेकिन आज व्यक्ति भ्रम में जीवन यापन कर रहा है। आत्मा का कल्याण ही एक मात्र उद्देश्य होना चाहिए। पावागिरि क्षेत्र प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष विशाल जैन पवा ने बताया बुधवार को कलुषित आत्मा की विशुद्धि के लिए उत्तम तप धर्म की आराधना की जायेगी। कार्यक्रम में पुष्पेंद्र विरधा, प्रवीन भंडारी, श्रेयांश जैन, अरविन्द कुमार, विकास भंडारी, जितेंद्र बड़ौरा, चक्रेश कुमार, सुशील मोदी, प्रदीप एड, कपिल मोदी, हितेंद्र पवैया, विकास पवा, रोहित बबीना, भूपेंद्र जैन, विनय गरेठा, सुनील करैरा, नीलेश गरेठा, सुरेंद्र विरधा, अंजेश गुन्देरा, अरविन्द जैन, पंकज भंडारी, अमन जैन, मनीष  कुमार, रुपेश भंडारी, सिद्ध जैन, विनम्र, पारस, पुनीत, आगम जैन सहित सकल दिगम्बर जैन समाज का सक्रिय सहयोग रहा। संचालन अनिल जैन ने किया। आभार व्यक्त अरुण मोदी एवं राकेश सतभैया ने किया।

जैन अंताक्षरी एवं ग्रुप एक्टिविटी में कपिल मोदी की आचार्य वर्द्धमान सागर टीम ने बाजी मारी।

वासुपूज्य दिगम्बर जैन मंदिर में आयोजित जैन अंताक्षरी एवं ग्रुप एक्टिविटी प्रतियोगिता में आचार्य वर्द्धमान सागर टीम 90 अंक लेकर अब्बल रही। जिसमें कपिल मोदी, सुरेंद्र विरधा, शोभा जैन, शिवानी चौधरी, अनमोल भंडारी एवं पवित्र जैन ने प्रमुख भूमिका रही। हितेंद्र पवैया की आचार्य विरागसागर टीम 80 अंक लेकर उपविजेता रही। आचार्य ज्ञानसागर टीम को 70 आचार्य विद्यासागर टीम एवं आचार्य पुष्पदन्त सागर टीम को 50-50 अंक मिले। निर्णायक की भूमिका सजल भैया ने निभाई। संचालन विशाल पवा एवं अजय जैन ने संयुक्त रूप से किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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