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सिद्ध चक्र महामंडल विधान में तीसरे दिन किया चौंसठ रिद्धि महामंडल विधान


 

सिद्ध चक्र महामंडल विधान में तीसरे दिन किया चौंसठ रिद्धि महामंडल विधान

भगवान के समक्ष यदि हमनें पंच इन्द्रियों के विषय को माँगा तो पूजन करना व्यर्थ है- पं. संतोष शास्त्री

तालबेहट। कसबे के पारसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में अष्टाह्निका महापर्व में आयोजित सिद्ध चक्र महामंडल विधान के तीसरे दिन 64 अर्घ समर्पित किये गए। शुक्रवार को सुबह पं. संतोष कुमार जैन शास्त्री अमृत के निर्देशन में अभिषेक शांतिधारा के बाद संगीत की स्वर लहरियों के साथ पूजन एवं चौंसठ रिद्धि विधान का आयोजन किया गया। रात्रि में महाआरती का आयोजन किया गया। तत्पश्चात धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए पं. संतोष कुमार शास्त्री ने कहा विधान में हम सभी भगवान जिनेन्द्र भगवान की भक्ति के माध्यम से कर्मों की निर्जरा कर रहे हैं। धर्म के मर्म को समझे बिना हमारा कल्याण नहीं हो सकता। भगवान के समक्ष यदि हमनें पंच इन्द्रियों के विषय को माँगा तो पूजन करना व्यर्थ है। भगवान तो ज्ञाता दृष्टा है कर्ता नहीं, हम स्वयं के कर्ता और भोक्ता हैं. वस्तु स्वरूप स्वतन्त्र है कोई किसी का भला या बुरा नहीं कर सकता। हम चैतन्य ध्रुव आत्मा को क्रोध मान माया लोभ आदि कषायों से कलुषित करते हैं। मोक्ष मार्ग में राग का एक अंश भी बाधक है जो सम्यग्दर्शन को प्रगट नहीं होने देता। राग-द्वेष की संयोगी अवस्था से कर्मों का आस्रव होता है। हमें सभी जीवों के प्रति मैत्री भाव रखकर भावों को निर्मल बनाते हुए परिणामों की विशुद्धि को बढ़ाना है। इस मौके पर पं. विजय कृष्ण, ध्वजारोहण कर्ता प्रकाश चंद्र पारौन, सौधर्म इंद्र चौधरी अभय जैन, श्रीपाल मैनासुंदरी रितिका गौरव मोदी, कुबेर इंद्र यशपाल मिठया, महायज्ञनायक चौधरी सुमत प्रकाश, ईशान इंद्र रोहित बुखारिया, कमल मोदी, डॉ. महेंद्र, ऋषभ जैन, अनिल चौधरी, देवेंद्र बसार, कमलेश सिर्सी, अरुण मोदी, अजय जैन अज्जू, सुधीर जैन, प्रीतेश पवैया, विशाल जैन पवा, आकाश चौधरी, सौरभ जैन, राहुल जैन, आदेश मोदी, अभिषेक जैन, अंकित, आशीष, सिटिल, सिद्धार्थ, हर्ष, आयुष सहित सकल दिगम्बर जैन समाज का सक्रिय सहयोग रहा।

वहीं सिद्ध क्षेत्र पावागिरि में सिद्ध चक्र महामंडल विधान में विधानाचार्य अंशू भैया कोलारस के नेतृत्व में चमत्कारी बाबा मूलनायक पारसनाथ स्वामी के अभिषेक शांतिधारा उपरांत आदीश जैन एन्ड पार्टी गढ़ाकोटा के मधुर संगीत में विधान के तीसरे दिन की क्रियाएँ की गयी एवं 32 अर्घ समर्पित किये। जिसमें क्षेत्र प्रबंध समिति एवं सुरेंद्र कुमार, डॉ. मयंक कमलेश जैन मोदी अहमदाबाद सहित निकटवर्ती समाज का सक्रिय सहयोग रहा। संचालन अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन बबीना एवं आभार व्यक्त उपाध्यक्ष विशाल जैन पवा ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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