काव्य :
छत्तीसगढ़ स्थापना
1 नवंबर 2000
छत्तीसगढ़ हमको जान से प्यारा है,
सोनचिरैया राज्य हमारा है।
हरियाली से भरा धान का कटोरा,
जीवन होता अपनो से पूरा।
गांव-गांव में बसे हैं रिश्ते प्यार के,
गीत गूंजे सुआ, करमा त्यौहार के॥
छत्तीसगढ़ हमको जान से प्यारा है…
छत्तीसगढ़िया नाम हमारा है 🌾
गोंड, मुरिया, बैगा के संग,
झूमे धरती, बजे मृदंग।
नाचा, गरबा, देवारी में,
हँसी मिले हर अंग-अंग॥
माँ दंतेश्वरी की जयकारा है,
छत्तीसगढ़ हमको जान से प्यारा है॥छत्तीसगढ़िया नाम हमारा है
सबसे प्यारा हमें ,राज्य हमारा है
अब बढ़ रहा विकास का दीप,
हर दिल में उजियारा है।
शिक्षा, सेवा, स्वाभिमान,
हम सबका नारा है॥
अमन रहे, ये देश हमारा है,
छत्तीसगढ़ हमको जान से प्यारा है॥
छत्तीसगढ़िया नाम हमारा है
सबसे प्यारा हमें राज्य हमारा है
🇮🇳
- प्रतिभा दिनेश कर
विकासखंड सरायपाली
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