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भारत टैक्सी ऐप एक महत्वपूर्ण सहकारी , सरकारी पहल - विवेक रंजन श्रीवास्तव ,भोपाल


 

भारत टैक्सी ऐप एक महत्वपूर्ण सहकारी , सरकारी पहल

 - विवेक रंजन श्रीवास्तव ,भोपाल

      भारत टैक्सी एक सरकारी पहल है जो ओला-उबर जैसे निजी ऐप्स का स्वदेशी विकल्प प्रदान करती है। यह सहकारिता मंत्रालय के तहत विकसित सहकारी मॉडल पर आधारित राइड-हेलिंग सेवा है, जो ड्राइवरों को मालिकाना हक देती है। इसका मुख्य लक्ष्य कैब चालकों को निजी कंपनियों के उच्च कमीशन से मुक्त करना है, जिसमें शून्य कमीशन मॉडल अपनाया गया है, जहां यात्रा का  भुगतान सीधे ड्राइवर को जाता है।

सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड द्वारा संचालित यह प्लेटफॉर्म ड्राइवरों को शेयरधारक बनाता है, जिससे उनकी आय बढ़ेगी और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। इसमें पारदर्शी किराया व्यवस्था है, जहां सामान्य स्थिति में कोई सर्ज प्राइसिंग नहीं होती । केवल विशेष परिस्थितियों में डायनामिक प्राइसिंग लागू हो सकती है। सुरक्षा के लिए सत्यापित ड्राइवर, दिल्ली पुलिस से एकीकरण, रीयल-टाइम ट्रैकिंग और 24x7 ग्राहक सहायता जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए बहुभाषी ऐप एंड्रॉयड और iOS पर उपलब्ध है, जिसमें डिजिटल बुकिंग, कार, ऑटो और बाइक विकल्प तथा UMANG और DigiLocker से एकीकरण शामिल है। दिल्ली में 1 जनवरी 2026 से औपचारिक लॉन्च होगा, जहां पहले से 50,000 से अधिक ड्राइवर रजिस्टर्ड हैं, जबकि गुजरात के राजकोट में पायलट चल रहा है। 2026 तक 20 से अधिक शहरों में विस्तार का लक्ष्य है, जो ड्राइवरों को पीएफ, ईएसआई और पेंशन जैसी सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान करेगा।

यात्रियों को सस्ते, स्थिर किराए और सुरक्षित राइड्स का लाभ मिलेगा, वहीं ड्राइवरों को अधिक कमाई, कम रद्दीकरण और मालिकाना भावना प्राप्त होगी। यह डिजिटल इंडिया की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जो निजी एकाधिकार को चुनौती देगा।

विवेक रंजन श्रीवास्तव

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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