फिर वही दिल लाया हूं
(1)
कुछ मैं खो दिया हूं,कुछ तो पाया हूं,
आपके लिए फिर वही दिल लाया हूं।
दिल की बातें नजरों से बयां होती है,
सुनता है खुदा भी, जब दिल की बात होती है।
तेरी नज़रों में बस जाने को दिल चाहता है,
तुझको अपना बनाने को दिल चाहता है।
कुछ मैं खो दिया हूं,कुछ तो पाया हूं ,
आपके लिए फिर वही दिल लाया हूं।
(2)
समंदर की बस एक ही शिकायत है,
की मैं किसी प्यासे की प्यास नहीं बुझा सकता हूं।
दूर रहकर की मेरी गहराई का अंदाजा कैसे लगाओगे तुम,
मुझे जानना है तो,मेरे पास तुमको आना ही पड़ेगा।।
तेरी मोहब्बत के समुंदर में डूब जाना चाहता हूं,
की अब दूर से नही ,तुम्हारे मैं पास आना चाहता हूं।
कुछ मैं खो दिया हूं,कुछ तो पाया हूं,
आपके लिए फिर से वही दिल लाया हूं।
- अजय कुमार यादव
ग्राम पोस्ट लटोरी
सूरजपुर,छत्तीसगढ़
पिन 497001
मोब 9977373081
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काव्य