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विद्यार्थियों के लिए संजीवनी है योग - चाकणकर


 विद्यार्थियों के लिए संजीवनी है योग  - चाकणकर    

  जिला योग प्रभारी ने  हिंदी हुजरात एवं सिकंदर कम्पू बच्चों को बताया योग और प्राणायाम का महत्व 

  ग्वालियर ।  विद्यार्थियों के लिए योग संजीवनी है।इससे बच्चों के मन-मस्तिष्क में स्थिरता आती है और बच्चों को अपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में भी पूर्ण रूप से सहायता मिलती है। यह बात जिला योग प्रभारी दिनेश चाकणकर ने शासकीय हाई स्कूल हिंदी हुजरात तथा उमावि कन्या सिकंदर कम्पू में विद्यार्थियों से योगाभ्यास के दौरान व्यक्त किए। श्री चाकणकर ने कहा कि योग के चमत्कार को तो पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है इसी वजह से दुनिया के अधिकांश देशों में योग शिक्षा को अनिवार्य किया गया है। योग के प्रभाव को देखते हुए आज चिकित्सक एवं वैज्ञानिक योग के अभ्यास की सलाह देते हैं। योग साधु-संतो के लिए ही नहीं वरन् समस्त मानव जाति के लिए आवश्यक है।श्री चाकणकर ने कहा कि पढ़ाई करने वाले बच्‍चों के लिए भ्रामरी प्राणायाम रामबाण है. इससे ध्यान केंद्रित करने, एकाग्रता बढ़ाने और याद्दाश्त तेज करने में मदद मिलती है. पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करने में सफलता मिलती है और व्यक्तित्व का विकास भी होता है ।


देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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