स्वतंत्रता सेनानी पण्डित गंगाराम स्मारक मंच हैदराबाद द्वारा संक्रान्ति मेला का आयोजन
हैदराबाद। सन् 1968 में प्रारम्भ संक्रान्ति मेला लगभग 35 वर्षों तक पण्डित गंगाराम वानप्रस्थी जी की अध्यक्षता में केशव मैमोरियल हाई स्कूल, हैदराबाद में मकर संक्रान्ति के पावन पर्व के अवसर पर आयोजित किया जाता रहा। सभी आर्य समाजी परिवारों को इस मेले का इन्तजार रहता था। लेकिन कालान्तर में यह परम्परा टूट गई। उसी परम्परा को पुनः प्रारम्भ करने के उद्देश्य से पंडित गंगाराम स्मारक मंच की ओर से इस वर्ष 19 जनवरी , रविवार को आर्य कन्या विद्यालय, देवीदीन बाग, सुलतान बाजार में संक्रान्ति मेले का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. विजयवीर विद्यालंकार ने की। विशेष वक्ता के रूप में धर्मेन्द्र जिज्ञासु मंच पर उपस्थित थे। अन्य अतिथियों में वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी श्रीमती शांति मेहरा, वरिष्ठ साहित्यकार रत्नकला मिश्रा और सूत्रधार साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, हैदराबाद की संस्थापिका सरिता सुराणा मंचासीन थीं।
कार्यक्रम का आरम्भ यज्ञ/हवन से हुआ। तत्पश्चात् प्रसाद के रूप में तिल-गुड़ से बने लड्डू बांटे गए। उसके बाद मुख्य वक्ता धर्मेन्द्र जिज्ञासु ने पण्डित गंगाराम जी के जीवन से जुड़ी अनेक स्मृतियों पर प्रकाश डाला। उसके बाद कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें नगर द्वय के कवियों और मंचासीन अतिथियों ने काव्य पाठ किया। डॉ. प्रभास चन्दर, डॉ. पंकज मेहता, श्रीमती अरुंधती कुलकर्णी, श्रीमती सिम्मी, श्रीमती उमा तिवारी और श्रीमती सुधा ठाकुर ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। श्रीमती सरिता सुराणा ने पण्डित गंगाराम जी के जीवन में आए संघर्षों और उनकी देशभक्ति की भावना पर अपनी बात रखी और देशभक्ति से ओतप्रोत रचना का पाठ किया। तत्पश्चात् रत्नकला मिश्रा ने अपनी रचनाओं का वाचन किया। धर्मेन्द्र जिज्ञासु ने मधुशाला की तर्ज़ पर अपनी रचना सुखशाला का पाठ किया। उनके बाद भजन गायक पण्डित ओमप्रकाश शास्त्री ने अपने मधुर भजनों से कार्यक्रम में समां बांध दिया। मंच की ओर से सभी मंचासीन अतिथियों और कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले कवि-कवयित्रियों का सम्मान किया गया। श्रीमती शांति मेहरा ने भी सभा को सम्बोधित किया और कहा कि यह मेरे भतीजे भक्तराम और परिवार का स्नेह और सम्मान है कि मुझे यहां पर आमंत्रित किया है।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. विजयवीर विद्यालंकार ने पण्डित गंगारामजी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। सभी वक्ताओं ने मंच के अध्यक्ष भक्तराम की ओर से किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया। श्रीमती सुधा ठाकुर ने कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संचालन किया। श्रुतिकांत भारती ने सभी सहभागियों का आभार व्यक्त किया। राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के पश्चात् सभी ने मिलकर प्रीतिभोज का आनन्द लिया।
रिपोर्ट
सरिता सुराणा
स्वतंत्र पत्रकार
हैदराबाद