लघुकथा :
प्रयास
रीता जब दसवीं में पास हुईं तो खुशी के मारे रो दी क्योंकि पढ़ाई में कमजोर होने से वो दसवीं में तीन बार फेल हो चुकी थी और विद्यालय से निकाली जा चुकी थीं तब उसकी मम्मी शांता उसे अपनी पड़ोसी चन्दा के पास लाई और कहा कि इसे आप ट्यूशन पढ़ा दीजिए चन्दा ने कहा कि मैं पढ़ा तो दुंगी पर फीस नहीं लुंगी और मेरे और रीता के बीच में आप नहीं आयेंगे।
शुरू हो गया प्रयास रीता और चन्दा का दसवीं पास करने का । लगभग दो महीने के अथक प्रयास और अध्ययन का परिणाम हुआ कि रीता ने 55% प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं पास की ।
- चन्दा डांगी रेकी ग्रेंडमास्टर
मंदसौर मध्यप्रदेश
Tags:
कथा कहानी