तरुण अग्रवाल मंडल के पूर्व अध्यक्ष जे पी अग्रवाल का अंतिम संस्कार हुआ
इटारसी। नगर के अति विशिष्ट ,सौम्य और सहज, सरल, स्वभाव के व्यक्तित्व श्री तरुण अग्रवाल मंडल के पूर्व अध्यक्ष श्री जे पी अग्रवाल कर सलाहकार का अंतिम संस्कार शांति धाम शमशान घाट गोकुल नगर खेड़ा इटारसी में शनिवार को हो गया ।उनकी चिता को मुखाग्नि पुत्र राजेश अग्रवाल ने दी । अंतिम यात्रा में विधायक डॉक्टर सीतासरन शर्मा, मध्य प्रदेश तैराकी संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा सहित तरुण अग्रवाल मंडल एवं श्री टैगोर विद्या मंदिर इटारसी के अध्यक्ष सुरेश गोयल ,श्री द्वारकाधीश राम जानकी मंदिर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष उमेश अग्रवाल,श्री राम जन्म महोत्सव समिति के संरक्षक सतीश अग्रवाल सांवरिया, नगर के प्रमुख चिकित्सक, व्यापारी,अधिकारी, राजनेता एवं सामाजिक बन्धु बड़ी संख्या में उपस्थित थे । शांति धाम में स्वर्गीय श्री जे पी अग्रवाल को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। स्वर्गीय श्री जे पी अग्रवाल का निधन न केवल अग्रवाल समाज अपितु इटारसी के लिए दुखदायी हो गया। स्वर्गीय श्री जे पी अग्रवाल मूलतः खिड़किया से इटारसी आए थे ।लंबे समय तक उन्होंने आयकर सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं शहर के अधिकांश व्यापारियों। और उद्योगपतियों को दी 83 वर्ष की आयु होने के बावजूद भी उन्होंने अपने कार्य से कभी मुंह नहीं मोड़ा। श्री टैगोर विद्या मंदिर के लंबे समय तक वे अध्यक्ष रहे तथा स्कूल के संचालन एवं भवन निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे अग्रवाल समाज की मुख्य संस्था श्री तरुण अग्रवाल मंडल के अध्यक्ष रहे वे कर सलाहकार समिति इटारसी के अध्यक्ष भी रहे।उनका रोटरी क्लब इटारसी के अध्यक्ष का कार्यकाल सदैव याद किया जावेगा। इसके अलावा अन्य सामाजिक संस्थाओं से वे जुड़े रहे। स्पष्टवादी ,बहुत कम बोलने वाले ,किसी भी बड़ी से बड़ी घटना को सहजता और सरलता से सुनकर उसका निदान करने वाले ऐसे व्यक्तित्व के धनी अब हमारे बीच नहीं रहे ।श्री कृष्ण मुरारी अग्रवाल एवं श्री विजय अग्रवाल के भाई, श्री दिलीप अग्रवाल के चाचा जी एवं श्री राजेश अग्रवाल के पूज्य पिताजी श्री आदित्य अग्रवाल के ताऊजी श्री जे पी अग्रवाल जी के निधन पर निश्चित तौर पर पूरा शहर दुखी है।उनके कार्यो में शामिल था शहर के प्रत्येक विकास कार्यों में रुचि रखना ,शहर के विकास के लिए होने वाली बैठकों में शामिल होना एवं अपने बहुमूल्य सुझाव देना ।यह सदैव याद किया जावेगा। शहर एवं समाज उनके कार्यों को याद रखेगा। उनके निधन पर ईश्वर से प्रार्थना है उनको मोक्ष प्रदान करें ।