शपथ ग्रहण समारोह एवं सामाजिक सुरक्षा और समृद्धि पर गोष्ठी का आयोजन हुआ
सामाजिक सुरक्षा और समृद्धि का साधन योग-अजय शर्मा
ग्वालियर । आहार, निद्रा, भय, मैथुन पशु और मानव दोनों ही समान ,कार्य करते हैं मनुष्य में बुद्धि विशेष होती है लेकिन फिर भी आज मनुष्य को मनुष्य से ही खतरा ज्यादा है व्यक्तिगत सामूहिक स्तर से एक दूसरे के लिए खतरा बन रहा है कारण क्या है ?
जीवन में यम,नियम का अनुशासन नहीं है इच्छाएं अनेक होने से व्यक्ति असंतुष्ट है तृष्णा अधिक होने से धनवान होने के बाद भी व्यक्ति दरिद्र है आवश्यकता से अधिक होने के बावजूद भी मानसिक रूप से अतृप्त हैसमाज में कुछ और वर्ग भी रहता है जो कम धनवान होने के बावजूद भी अधिक समृद्ध है सीमित संसाधन और आवश्यकता में गुजारा कर समाज को कुछ देने का भाव रखता है यही सच्ची समृद्धि है जो योग जीवन पद्धति कहलाती है। यह बात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजय शर्मा ने कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रांतीय योग प्रशिक्षित शिक्षक अध्यापक संघ के संरक्षक डॉक्टर केशव पाण्डेय ने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है उसका अहंकार होता है जिसके चलते मानव अपने विकास का पथ तो रोकता ही है बल्कि समाज की अनगिनत बुराइयों में लिप्त होता चला जाता है।
वहीं दूसरी ओर योग करने वाला व्यक्ति सदा संतुष्ट और समृद्ध समाज के निर्माण में सहयोगी होता है ।
कार्यक्रम के दौरान ही संगठन के प्रांतीय सचिव ऋषिकेश वशिष्ठ द्वारा संगठन के उद्देश्य एवं लक्ष्यों को बताते हुए संभागीय पदाधिकारी को शपथ दिलाई जिसमें गोविंद मल्होत्रा संभागीय सचिव, डॉक्टर लोकेंद्र कामर उपाध्यक्ष, नितेश शर्मा संभागीय संगठन मंत्री, रेखा श्रीवास्तव एवं रेखा जैन प्रांतीय प्रशिक्षित योग प्रशिक्षित शिक्षक अध्यापक संघ के संभागीय सदस्य के रूप में शपथ ली गई।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रमुख रूप से जिला योग प्रभारी दिनेश चाकड़कर जी राज्य आनंद संस्थान जिला संपर्क व्यक्ति हेमंत त्रिवेदी एवं संगठन के कोषाध्यक्ष आदेश कुमार, अरुण शर्मा ,धीरज गुप्ता, क्रिश कश्यप आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में प्रांतीय योग प्रशिक्षित शिक्षक अध्यापक संघ जिला अध्यक्षमुन्ना सिंह परिहार द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
प्रेषक
मुकेश तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार, ग्वालियर